पटना: बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी सहित देश के अधिकांश विपक्षी नेताओं को पत्र लिखकर टीवी चैनलों पर चलने वाले डिबेट में भाग नहीं लेने की अपील की है. वहीं, तेजस्वी यादव के मीडिया पर हमला करने के मामले पर भाजपा प्रवक्ता निखिल आनंद ने पलटवारकरतेहुएकहा है कि तेजस्वी को वो दिन भी याद कर लेना चाहिए, जब सरकारी ब्रॉडकास्टर्स या चैनल को इंदिरा दर्शन और राजीव दर्शन के नाम से जनता पुकारती थी.
दरअसल,तेजस्वी यादव की ओर से विपक्षी नेताओं को भेजे गये पत्र में कहा गया है कि आजकल टीवी चैनल पर विपक्षी पार्टियों को बदनाम और नजरअंदाज करने का डिबेट चल रहा है . यह सब कुछ कुछ बड़े कॉरपोरेट घरानों के इशारे पर हो रहा है. हम भुखमरी, सामाजिक न्याय , बेरोजगारी और किसान के मुद्दे को उठा रहे हैं वहीं मीडिया का एक बड़ा वर्ग तय एजेंडे के तहत इन सरोकारों पर पर्दा डाल रहा है.
तेजस्वी ने 20 विपक्षी नेताओं को भेजा पत्र
तेजस्वी यादव ने सभी विपक्षी पार्टियों से अपील है कि ऐसे डिबेट का विरोध करने के लिए आगे आएं. नेता प्रतिपक्ष ने देश के 20 विपक्षी नेताओं को पत्र भेजा है. इसमें कांग्रेस अध्यक्ष सहित शरद पवार, ममता बनर्जी, मायावती, अखिलेश यादव, अरविंद केजरीवाल, उपेंद्र कुशवाहा, जीतनराम मांझी, हेमंत सोरेन, लाबू लाल मरांडी, दीपांकर, सीताराम यैचुरी और चंद्रबाबू नायडू आदि शामिल हैं.
भाजपा बोली, तेजस्वी वो दिन भी याद करें, जब…
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के पत्रपर भाजपा प्रवक्ता निखिल आनंद ने पलटवार किया है. उन्होंने कहा है कि तेजस्वी यादव को वो दिन भी याद कर लेना चाहिए, जब सरकारी ब्रॉडकास्टर्स या चैनल को इंदिरा दर्शन और राजीव दर्शन के नाम से जनता पुकारती थी. इमरजेंसी के दौरान मीडिया पर प्रतिबंध की बात याद दिलाते हुए कहा कि मीडिया को अपना काम करने दें. अपना भोंपू बनने के लिए बाध्य नहीं करें.
प्रवक्ता सुरेश रूंगटा ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए सरकार ने लोकतांत्रिक अधिकारों की पूरी रक्षा की है. साथ ही अर्थव्यवस्था में सकारात्मक बदलाव भी किये हैं. देश की तीव्र, स्थायी और समावेशी विकास की वृहद आर्थिक स्थिति कभी इतनी मजबूत नहीं रही, जितनी अभी है. देश बहुआयामी बदलाव के दौर से गुजर रहा है.