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मोकामा : महिला कांस्टेबल को हटा कर रखा था निजी गार्ड, एक संवासिन अबतक नहीं हुई बरामद
सीआइडी की टीम ने सात लड़कियों के फरार होने की घटना के विभिन्न पहलुओं पर छानबीन की मोकामा : मोकामा नाजरथ अस्पताल परिसर स्थित शेल्टर होम की सुरक्षा व्यवस्था में प्रबंधन के सामने पुलिस व प्रशासन की नहीं चलती थी. सूत्रों के अनुसार अंदर के दरवाजे से महिला कांस्टेबल को एक माह पहले हटा दिया […]
सीआइडी की टीम ने सात लड़कियों के फरार होने की घटना के विभिन्न पहलुओं पर छानबीन की
मोकामा : मोकामा नाजरथ अस्पताल परिसर स्थित शेल्टर होम की सुरक्षा व्यवस्था में प्रबंधन के सामने पुलिस व प्रशासन की नहीं चलती थी. सूत्रों के अनुसार अंदर के दरवाजे से महिला कांस्टेबल को एक माह पहले हटा दिया गया था.
वहीं, निजी तौर पर दो महिलाओं को प्रहरी के रूप में तैनात कर दिया गया था. सात लड़कियों के फरार होने की घटना से पूर्व भी अधिकारियों ने सुरक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करने का निर्देश दिया था. इसे भी प्रबंधन ने गंभीरतापूर्वक नहीं लिया. सोमवार को सीआइडी की टीम ने सात लड़कियों के फरार होने की घटना के विभिन्न पहलुओं पर छानबीन की.
घटना के वक्त शेल्टर होम के अंदर सुरक्षा की कमान संभाल रहीं दोनों महिलाएं संदेह के घेरे में हैं. सूत्रों की मानें तो यहां तैनात सात महिला कांस्टेबलों को सुरक्षा की जिम्मेदारी से पूरी तरह अलग कर दिया गया था.
शेल्टर होम से 200 गज की दूरी पर एक बिल्डिंग में सभी महिला कांस्टेबल महज खानापूर्ति के लिए रह रही थीं. कमजोर सुरक्षा व्यवस्था को लेकर लड़कियों को फरार होने की साजिश में कामयाबी मिल गयी. नाजरथ अस्पताल में कार्यरत कर्मियों पर भी पुलिस की नजर है.
बताया जा रहा है कि इस घटना में अंदर के लोगों ने ही महत्वपूर्ण कड़ी का काम किया. पुलिस सूत्रों का कहना है कि आसपास के दो–तीन दुकानदारों से भी लड़कियां संपर्क में थीं. उन दुकानदारों पर भी पुलिस की नजर है. शेल्टर होम के बाहर व अंदर के गार्ड से पुलिस पूछताछ कर रही है. पुलिस पिकेट बनाने के लिए आवश्यक कार्रवाई शुरू कर दी गयी है. शेल्टर होम के बाहर पुलिस बल की भी तैनाती कर दी गयी है. पुलिस लड़कियों को प्रताड़ित किये जाने के बिंदु पर भी जांच कर रही है. सूत्रों के अनुसार एसआइटी ने शेल्टर होम के रजिस्टर को भी अपने कब्जे में लिया है.
पटना. मोकामा के नाजरथ शेल्टर होम की बरामद छह लड़कियों में से चार ने मेडिकल जांच कराने से इन्कार कर दिया और दो जांच के लिए तैयार हो गयी. इसके बाद पीएमसीएच में दो लड़कियों की ही मेडिकल जांच की गयी.
पीएमसीएच के अधीक्षक डा राजीव रंजन प्रसाद ने बताया कि इनकी जांच रिपोर्ट कल आ जायेगी. जांच के बाद सभी लड़कियों को आशा किरण शेल्टर होम भेज दिया गया.
एक संवासिन बरामद नहीं
शेल्टर होम से फरार सात में से एक लड़की अभी तक बरामद नहीं हो पायी है. उसे तलाशने के लिए जोनल स्तर पर टीम बना दी गयी है. सूत्रों के अनुसार बरामद लड़कियों से पूछताछ में जानकारी मिली है किवह साथ में दरभंगा तक आयी थी, लेकिन किसी लड़के के साथ चली गयी है.
वह लड़का कौन था, इस संबंध में लड़की कुछ नहीं बता पायी. जोनल आइजी सुनील कुमार खुद जांच में लगी टीम की मॉनिटरिंग कर रहे हैं. पुलिस ने पुलिस मुख्यालय को लड़कियों की इच्छा से भी अवगत कराया है. लड़कियों द्वारा शेल्टर होम में नहीं रहने की इच्छा जतायी गयी थी. इस मामले में गठित एसआइटी की बैठक ग्रामीण एसपी संजय कुमार सिंह के कार्यालय कक्ष में सोमवार को हुई.
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