पटना : पटना पहुंची चुनाव आयोग की टीम ने गुरुवार को राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ मुलाकात की और उनकी मांगों को सुना. स्थानीय लेमन ट्री होटल परिसर में आयोग की बैठक में जदयू, भाजपा, राजद, लोजपा, कांग्रेस, माकपा, भाकपा समेत तकरीबन दर्जन भर पार्टियों ने अपने सुझाव भी दिये.
जदयू की ओर से वरिष्ठ मंत्री राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह, राष्ट्रीय महासचिव संजय झा और राष्ट्रीय सचिव रवींद्र सिंह ने आयोग से कहा कि उनकी पार्टी का चुनाव चिह्न शिवसेना और झारखंड मुक्ति मोरचा से मिलता-जुलता है. इस कारण उनके वोटर भ्रमित हो जाते हैं. पिछले चुनाव में जदयू को 52 हजार वोट का नुकसान हो गया था. पार्टी नेताओं ने आयोग से इस समस्या के निराकरण की मांग की.
भाजपा और जदयू समेत कई पार्टियों ने कहा कि मतदाता सूची की खामियां गिनाते हुए कहा कि इसे दुरुस्त किया जाये. पहचानपत्र में बीएलओ द्वारा दिये गये वोटर स्लीप के साथ पहचान के लिए कोई और भी विकल्प दिये जाने की मांग की.
राजद ने इवीएम की जगह बैलेट
पेपर से चुनाव कराये जाने की मांग की. लोजपा का कहना था कि मतदाता सूची में हरिजन टोला की जगह अनुसूचित जाति, जनजाति टोला कहा जाये. साथ ही पार्टी ने आधार कार्ड से वोटर लिस्ट को जोड़े जाने की भी सुझाव दिया.
वीवीपैट हो सुनिश्चित
जदयू के राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह ने मुख्य चुनाव आयुक्त से मुलाकात कर लोकसभा चुनाव से संबंधित कुछ सुझाव दिये. उन्होंने हर मतदान केंद्र पर वीवीपैट की शत-प्रतिशत व्यवस्था सुनिश्चित करने की गुजारिश की है. मुलाकात करने वालों में जदयू के संजय झा और रवींद्र प्रसाद सिंह भी थे.
ये दिये सुझाव
मतदान पर्ची अगर परिवार के किसी सदस्य को दिया जाये, तो लिखित रूप से रिसीविंग ली जाये. n नक्सल ग्रस्त क्षेत्रों में पैरा मिलिट्री फोर्स की तैनाती चुनाव के दौरान की जाये.
खामियां दूर की जाएं
भाजपा चुनाव आयोग संपर्क विभाग के संयोजक जय प्रकाश ने मुख्य चुनाव आयुक्त से कहा कि मतदाता सूची के प्रकाशन की खामियों को दूर किया जाये. उनके साथ मिलने वालों में चुनाव आयोग संपर्क विभाग के सदस्य जय प्रताप सिंह, प्रदेश महामंत्री सुशील चौधरी भी थे.
ये दिये सुझाव
मतदान पर्ची किसी परिवार के सदस्य को नहीं दी जाये, ऐसा होने पर वह अपने घर के अनुपस्थित सदस्य का भी वोट डाल देते हैं.
चुनाव आयोग यह सुनिश्चित करे कि हर वोटर का मतदाता पहचानपत्र बन गया है. n मतदाता पर्ची के साथ मतदाता पहचानपत्र या वैकल्पिक पहचान पत्र भी लागू किया जाये.
गड़बड़ी की आशंका
राजद के राष्ट्रीय महासचिव भोला यादव ने मुख्य चुनाव आयुक्त से इवीएम से चुनाव कराने के दौरान बड़े पैमाने पर गड़बड़ी की आशंका जतायी. उन्होंने बैलट पेपर से चुनाव कराने की मांग की.
ये दिये सुझाव
अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति तथा समाज के कमजोर वर्गों से ताल्लुक रखने वाले मतदाताओं की वोटिंग की व्यवस्था सुनिश्चित की जाये.
दलित, पिछड़ा, अल्पसंख्यक एवं कमजोर वर्ग के मतदाताओं की संख्या यदि कम भी हो तो मतदान केंद्र उनके टोले में ही बनाये जाएं.
संवेदनशील मतदान केंद्रों पर अर्द्धसैनिक बलों की तैनाती हो.
अगर किसी कारणवश मतदान देरी से आरंभ होता है तो उस बूथ पर अतिरिक्त समय दिया जाये. n मतदान की समाप्ति पर सभी दलों के पोलिंग एजेंट को मतदान का पूरा ब्योरा लिखित रूप से दिया जाये. n मतदान की गति के लिए मानक तय किया जाये. n मतदान केंद्रों पर एंबुलेंस की व्यवस्था रहे.
महिलाओं का ख्याल रखें
मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा से मुलाकात में कांग्रेस की रिसर्च कमेटी एवं मैनिफेस्टो एडवाइजरी कमेटी के अध्यक्ष आनंद माधव ने कहा कि मतदान के दौरान महिलाओं और दिव्यांगों की सुविधाओं का खास ख्याल रखा जाये.
ये दिये सुझाव
हर प्रखंड में कम से कम पांच ‘पिंक’ बूथ बनाये जाये.
एमएमएस के माध्यम से बूथ के बारे में जानकारी मिले.
जिला और प्रखंड स्तर पर चलने वाले अभियान की निगरानी आयोग के स्तर से की जाये.
चुनाव में हर बूथ पर वीवीपैट की उपलब्धता सुनिश्चित की जाये.
सभी पोलिंग बूथ की निगरानी सीसीटीवी कैमरा से किया जाये. हर 50 बूथ पर एक कंट्रोल रूम बनाया जाये.
अर्द्धसैनिक बल हो तैनात
सीपीआइ बिहार राज्य सचिव मंडल के सदस्य मो जब्बार आलम ने मुख्य चुनाव आयुक्त से मुलाकात कर कहा कि चुनाव के दौरान अर्द्धसैनिक बल सड़कों पर तो दिखते हैं, पोलिंग बूथों पर तैनाती नहीं होती. हर हाल में बूथों पर भी इनकी तैनाती की जाये. पूर्व विधायक रामनरेश पांडेय भी साथ थे.
ये दिये सुझाव
मोबाइल मतदान केंद्र बनाया जाये, ताकि वोट करने वाले मतदाताओं को सहूलियत हो.
इवीएम से मतदान की व्यवस्था बदली जाये, मतदान पत्र से चुनाव कराया जाये.
प्रत्येक मतदान केंद्र के लिए जो वोटरों की संख्या निर्धारित है, उसे कम किया जाये.
इवीएम से मतदान कराने में समय अधिक लगता है, इसलिए मतदान का समय भी बढ़ाया जाये.
संवेदनशील मतदान केंद्रों पर अतिरिक्त सुरक्षा बलों की तैनाती की जाये.
तमाम मतदाताओं के पहचानपत्र नहीं बन पाये हैं, इसकी व्यवस्था करायी जाये.
सुरक्षा का ध्यान रखें
सीपीएम के सर्वोदय शर्मा ने मुख्य चुनाव आयुक्त से मुलाकात में कहा कि बिहार में विधि व्यवस्था ध्वस्त है. इसलिए चुनाव के दौरान सुरक्षा का खास ध्यान रखना होगा. इस दौरान गणेश शंकर और अशोक कुमार मिश्र भी साथ थे.
ये दिये सुझाव
अवैध हथियार और नकदी की हेराफेरी पर आयोग को विशेष नजर रखनी होगी.
इवीएम मशीन खराब होने पर काफी समय बर्बाद होता है, इसलिए मतदान के दौरान उतना समय मिलना चाहिए.
बॉडीगार्ड के साथ नेताओं को बूथ तक न जाने दिया जाये.
गाड़ियों के नाम पर होने वाले खेल पर नकेल कसा जाये. n एक-एक नंबर की कई गाड़ियां चलायी जाती हैं. गाड़ियों का नंबर सार्वजनिक किया जाये.
वीवीपैट से हो चुनाव
टीएमसी के वरुण कुमार ने मुख्य चुनाव आयुक्त से मुलाकात कर कहा कि हर हाल में वीवीपैट से चुनाव कराया जाये. बिना इसके मतदान कराना ठीक नहीं होगा.
ये दिये सुझाव
चुनाव की हर गतिविधि की वीडियो रिकॉर्डिंग करायी जाये.
सीधे दिल्ली से मॉनीटरिंग की व्यवस्था हो.
डीएम-एसएसपी की तैनाती पर खास ख्याल रखा जाये.
निगरानी में हो गिनती
एनसीपी के उपाध्यक्ष चंद्रशेखर सिंह ने मुख्य चुनाव आयुक्त से मुलाकात में कहा कि न्यायिक पदाधिकारियों की निगरानी में वोटों की गिनती करायी जाये. बीएलए के लिए चुनाव आयोग विधानसभा के बूथ वाइज राजनीतिक दल के बीएलए के लिए प्रारूप जारी करे. इनके साथ युवा प्रदेश अध्यक्ष मोहम्मद राहत काठरी, रामध्यान प्रसाद भी थे.