पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को सभी अधिकारियों से कहा कि वह शराब पीने से होने वाले नुकसान के संबंध में विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट का सारांश सभी गांवों में बाटें. शराब पीने से स्वास्थ्य और समाज पर पड़ने वाले गलत प्रभावों के संबंध में डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट के बारे में बातचीत करते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि डब्ल्यूएचओ के इस अध्ययन के मुताबिक दुनिया में होने वाली मौतों में से 5.3 प्रतिशत के लिए सिर्फ और सिर्फ शराब जिम्मेदार है.
नीतीश कुमार ने कहा कि शराब के कारण होने वाली मौतों की संख्या बुजुर्गों के मुकाबले युवाओं में ज्यादा है. शराब के कारण 20-39 साल आयु वर्ग में 13.5 प्रतिशत मौतें होती हैं. टीबी, एचआईवी और मधुमेह के मुकाबले शराब ज्यादा लोगों की जान लेती है. डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट के अनुसार, शराब पीने से 200 से ज्यादा बीमारियों के संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है. शराबबंदी दिवस के मौके पर कुमार ने यह बात कही.
2011 से ही प्रदेश में 26 नवंबर को शराबबंदी दिवस के रूप में मनाया जाता है.नीतीश कुमार का कहना है कि शराब पीने से कैंसर, एड्स, टीबी, लिवर की बीमारियां, हृदय रोग, मनोवैज्ञानिक बीमारियां आदि बहुत कुछ का खतरा बढ़ जाता है. उन्होंने यह भी कहा कि दुनिया में 18 प्रतिशत आत्महत्या शराब पीने के कारण होती है.