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पटना जिला जदयू के अल्पसंख्यक कार्यकर्ता सम्मेलन में आरसीपी सिंह बोले, राम मंदिर व कश्मीर नीति पर जदयू कायम
पटना : जदयू के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) सह नेता संसदीय दल आरसीपी सिंह ने कहा है कि जदयू का भाजपा से समझौता तीना बातों पर निर्भर है. यह 1996 में नीतीश कुमार ने भाजपा से राम मंदिर, कॉमन सिविल कोड और कश्मीर में धारा 370 पर अपनी स्पष्ट नीति के साथ समझौता किया था, जो […]
पटना : जदयू के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) सह नेता संसदीय दल आरसीपी सिंह ने कहा है कि जदयू का भाजपा से समझौता तीना बातों पर निर्भर है. यह 1996 में नीतीश कुमार ने भाजपा से राम मंदिर, कॉमन सिविल कोड और कश्मीर में धारा 370 पर अपनी स्पष्ट नीति के साथ समझौता किया था, जो आज भी कायम है. वे गुरुवार को एसकेएम सभागार में आयोजित पटना जिला जदयू के अल्पसंख्यक कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे. किसी भी दल का नाम लिये बिना उन्होंने कहा कि कुछ दल के लोग धर्म और दंगा का डर दिखाकर वोट लेने की कोशिश कर रहे हैं. जाति के नाम पर उलझा रहे हैं. डरने की जरूरत नहीं है.
राम मंदिर अदालत के फैसले अथवा आम सहमति से ही बनेगा. नीतीश कुमार किसी को तीसरा रास्ता नहीं अपनाने देंगे. कॉमन सिविल कोड में भी कोई छेड़छाड़ नहीं होने दी जायेगी. बतौर आईएएस यूपी के अपने अनुभवों को उदाहरण के रूप में पेश करते हुए कहा कि किस तरह राजीव सरकार मंदिर का ताला खुलवाने को व्याकुल थी. कैसे अमेठी और मेरठ में दंगा कराये गये.
आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार की नीयत ठीक नहीं थी इसलिए आडवाणी के रथ को लेकर उनकी नीति स्पष्ट नहीं थी. गन्ना उद्योग और अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री खुर्शीद आलम ने अपना संबोधन इस नाराजगी के साथ किया कि अल्पसंख्यकों के विकास के लिए जी जान लगा देने वाले नीतीश कुमार के लिए हम सभागार को खचाखच नहीं भर सके. मंत्री ने लालू और तेजस्वी यादव पर खूब निशाना साधा. मुसलमानों से अपील की कि वह एमएम (अगड़े-पिछड़े) समीकरण बनाकर नीतीश कुमार को मजबूत करें.
पूर्व मंत्री श्याम रजक ने नीतीश कुमार द्वारा मुस्लिम समाज के लिए किये गये कार्यों का उल्लेख किया. इस दौरान कुछ लोगों ले जदयू की सदस्यता ग्रहण की. सम्मेलन की तैयारी के दौरान जमा की गयी राशि आरसीपी सिंह को भेंट की गयी. सम्मेलन की अध्यक्षता एवं संचालन पटना महानगर अध्यक्ष इंतियाज अहमद अली और धन्यवाद अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष मो शाहिद ने किया.
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