पटना : स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि लालू और जेल ‘एक दूजे के लिए’ बने हैं. राजद के तीन नेताओं के बयानों का कोर्ट द्वारा संज्ञान लिये जाने का स्वागत करते हुए उन्होंने कहा कि राजद के उत्तराधिकारियों को उनके जेल जाने पर कुपित नहीं होना चाहिए. न्यायाधीश और न्यायालय की नजरों में दोषी हैं तो उस संदर्भ में उनको दोषमुक्त बताना न्यायालय की अवमानना है.
मंगल पांडेय ने राजद के वरिष्ठ नेता रघुवंश प्रसाद, पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और प्रवक्ता मनोज झा की कोर्ट के खिलाफ की गयी बयानबाजी को अमर्यादित बताया है. साथ ही कहा कि किसी को भी भारत के संविधान की भावनाओं पर चोट पहुंचाने की इजाजत नहीं दी जा सकती है. किसी आपराधिक मामले में न्यायालय और न्यायाधीश के फैसले के खिलाफ बयानबाजी निंदनीय है. नेताओं को न्यायालय का सम्मान करना चाहिए न कि राजनीतिक बयानबाजी कर संविधान की भावनाओं पर चोट पहुंचाने की कोशिश करनी चाहिए.
साथ ही कहा कि अदालत द्वारा नोटिस भेजे जाने के बाद भी राजद के उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने फिर जातिगत टिपप्णी कर यह साबित कर दिया है कि उनकी पार्टी और नेताओं की नजरों में न कानून का सम्मान है और न ही कोर्ट की इज्जत. उन्होंने कहा कि सीबीआई कोर्ट ने गवाहों और सबूतों के आधार पर लालू प्रसाद को दोषी करार दिया है न कि राजनतिक साजिश के तहत. इन नेताओं को सजा मुकर्रर होने का इंतजार करना चाहिए. हताशा में न्यायालय और न्यायाधीश के खिलाफ बदले की भावना से की गयी कार्रवाई संबंधी बयानबाजी न सिर्फ शर्मनाक ही है, बल्कि संविधान पर हमला भी है.