पटना : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को पटना पुस्तक मेले का उद्घाटन किया. इस दौरान मुख्यमंत्री ने झारखंड के मंत्री सरयू राय की पुस्तक समय का लेख का लोकार्पण करते हुए कहा कि शराबबंदी के बाद जो लोग यह कह रहे थे कि बिहार में लोगों का आना कम हो जायेगा वह निर्मूल साबित हुई. बिहार आनेवाले लोगों की संख्या बढ़ी है. उन्होंने कहा कि बिहार में समाज सुधार के काम हो रहे हैं. शराबबंदी के बाद माहौल बदला है. इसे जारी रखते हुए दहेज प्रथा और बाल विवाह के खिलाफ सशक्त अभियान चल रहा है.
सम्राट अशोक कन्वेंशन केंद्र के ज्ञान भवन में आयोजित 24वें पटना पुस्तक मेला के उद्घाटन के मौके पर शनिवार को मुख्यमंत्रीनीतीश कुमार नेयहबातें कहीं. पटना पुस्तक मेले को देश के प्रतिष्ठित पुस्तक मेले में शामिल होने की तारीफ करते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि राज्य में सामाजिक बदलाव की जो बयार बही है इसमें पुस्तक मेला भी अहम भूमिका निभाये. सात निश्चय की तरह सामाजिक अभियान को भी प्रमुखता मिले.
मुख्यमंत्री ने कहा कि विकास के साथ-साथ पर्यावरण संतुलन भी आवश्यक है. पर्यावरण के साथ छेड़छाड़ करने का दुष्परिणाम लोगों को भुगतना पड़ रहा है. सरयू राय से यह भी आग्रह किया कि गंगा की अविरलता और निर्मलता पर भी आप लिखें. मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के तीन और दुनिया के दस बेहतर पुस्तक मेला में पटना पुस्तक मेला का स्थान है. यह प्रतिष्ठित और लोकप्रिय मेला है. मुझे विश्वास है कि बड़ी संख्या में इस बार भी लोग पुस्तक मेला में शामिल होंगे.
इस मौके पर शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन वर्मा, कला संस्कृति मंत्री कृष्ण कुमार ऋषि, सांसद हरिवंश, विधान पार्षद रामबदन राय, आद्री के शैबाल गुप्ता, साहित्यकार उषा किरण खान व कला संस्कृति विभाग के प्रधान सचिव चैतन्य प्रसाद मौजूद थे.