कोलकाता : बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने शुक्रवार को महानगर में एक निजी चैनल द्वारा आयोजित कार्यक्रम में कहा कि बिहार में बड़ी कंपनियां निवेश करने के लिए सामने नहीं आ रही हैं, बल्कि यहां छोटे व मध्यम उद्योगों की संख्या लगातार बढ़ रही है. पिछले कुछ वर्षों में यहां एमएसएमई क्षेत्र में निवेश काफी बढ़ा है. बिहार में बड़ी संख्या में छोटे व मध्यम वर्गीय उद्योगों की स्थापना हो रही है.
सुशील मोदी ने कहा कि बिहार के बंटवारे के समय औद्योगिक क्षेत्र झारखंड में चला गया, जिससे बिहार की आर्थिक स्थिति पूरी तरह से बिगड़ गयी, जबकि झारखंड में वर्ष 2000 के बाद औद्योगिक क्षेत्र में व्यापक बदलाव देखने को मिला. बंटवारे के बाद बिहार में सिर्फ कृषि जमीन ही हाथ लगी. इसलिए बि हार सरकार ने इसे ही अपनी ताकत बनायी और कृषि का विकास करने के लिए हर संभव प्रयास में जुटी हुई है. पिछले 12 वर्षों में बिहार में कृषि क्षेत्र में काफी विकास हुआ है.
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डिप्टी सीएम ने कहा कि बिहार की तुलना गुजरात से नहीं की जा सकती है, लेकिन बिहार में औद्योगिक विकास की गति तेज हुई है. प्रदेश का योजना गत खर्च 4000 करोड़ रुपये बढ़ कर अब 80 हजार करोड़ रुपये हो गया है.सुशील मोदी ने बिहार की पूर्व राजद सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि एक समय था, जब बिहार की कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाया जाता था, पूरे राज्य में भ्रष्टाचार का बोलबाला था, लेकिन आज बिहार की कानून-व्यवस्था में काफी सुधार हुआ है. आज हम बिहार को एक सुरक्षित प्रदेश के रूप में जानते हैं.