पटना : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सुझाव पर पटना जिला प्रशासन ने निर्मित विशेष गौशालाओं में 35 आवारा घूमंतु मवेशियों को भेजा है, जहां राज्य के खर्च पर उनकी पूरी देखभाल की जायेगी.पटना के जिलाधिकारी संजय कुमार अग्रवाल ने बताया कि अबतक ऐसे मवेशी जो कि अब दूध देने में अक्षम हैं तथा उनके मालिकों ने उन्हें सड़कों पर छोड़ दिया है, 35 मवेशियों को उनके लिए निर्धारित गौशालाओं में रखा गया है, जहां उनके लिए चारा और इलाज की भी व्यवस्था की गयी है.उन्होंने बताया कि दो दिनों में 35 मवेशियों को गौशालाओं में भेजा गया. मुख्यमंत्री के निर्देश पर काम करते हुए पटना जिला प्रशासन ने दो ऐसे गौशालाओं का निर्माण 15 बिगहा में कटरा बाजार और 34 बिगहा में दीदारगंज में किया है.
भगवाधारी संगठनों के ‘गौरक्षा ‘ अभियान की हाल में नीतीश ने निंदा करते हुए इसे राजनीतिक फायदे के लिए ऐसा किये जाने का आरोप लगाते हुए कहा था कि उनकी सरकार दूध देना बंद कर देनेवाले आवारा छोड़ दिये गये मवेशियों के लिए गौशालाओं का निर्माण करेगी. पटना जिला प्रशासन ने जिले के चार नगर निगमों के कार्यकारी अधिकारियों को अपने अपने क्षेत्रों में ऐसे मवेशियों के बारे में सर्वेक्षण करके उनके पहचान के लिए निशान लगाये जाने का निर्देश दिया है. नयी राजधानी क्षेत्र के कार्यकारी अधिकारी शैलेश कुमार ने बताया कि पटना नगर निगम अधिनियम के तहत ऐसे मवेशियों को आवारा सड़क पर छोड़े जाने पर मालिकों को पांच हजार रुपये के जुर्माने का प्रावधान है और ऐसा दोबारा किये जाने पर उन पर दस हजार रुपये का जुर्माना लगाया जायेगा.उन्होंने बताया कि वर्तमान में वे जुर्माना वसूले जाने के बजाये ऐसे मवेशियों को चिह्नित करके उन्हें गौशालाओं तक पहुंचाये जाने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है.