19.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

आयुर्वेद के 14 विषयों में पीजी कराने वाला देश का पहला कॉलेज होगा पटना का आयुर्वेदिक कॉलेज

शहर के राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज को अगर केंद्रीय आयुष मंत्रालय से मान्यता मिली, तो यह देश का पहला ऐसा कॉलेज हो सकता है, जहां आयुर्वेद चिकित्सा में 14 सब्जेक्ट में पोस्ट ग्रेजुएट की पढ़ाई होगी. वर्तमान में आठ सब्जेक्ट में यहां पीजी की पढ़ाई हो रही है.

पटना. शहर के राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज को अगर केंद्रीय आयुष मंत्रालय से मान्यता मिली, तो यह देश का पहला ऐसा कॉलेज हो सकता है, जहां आयुर्वेद चिकित्सा में 14 सब्जेक्ट में पोस्ट ग्रेजुएट की पढ़ाई होगी. वर्तमान में आठ सब्जेक्ट में यहां पीजी की पढ़ाई हो रही है.

दरअसल आयुर्वेदिक कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ दिनेश्वर प्रसाद ने आयुष मंत्रालय व सेंट्रल काउंसिल ऑफ इंडियन मेडिसिन (सीसीआइएम) को छह सब्जेक्ट में पीजी की पढ़ाई के लिए पत्र लिखा था. इसको देखते हुए मंत्रालय ने जवाब के तौर पर कॉलेज व अस्पताल के अंदर वर्तमान में मिलने वाली सुविधाओं का पूरा ब्योरा मांगा है.

सीसीआइएम की टीम लेगी ऑनलाइन जानकारी

डॉ दिनेश्वर प्रसाद ने कहा कि अगर सुविधाओं के अनुसार मंत्रालय संतुष्ट होता है, तो सीसीआइएम की टीम ऑनलाइन जानकारी लेगी. इसके बाद पढ़ाई के लिए मान्यता दे सकती है. कॉलेज प्रशासन को संभावना है कि जल्द ही कॉलेज में पीजी की पढ़ाई होने लगेगी.

इन विषयों के लिए भेजा गया था आवेदन

कॉलेज प्रशासन ने सर्जरी, शिशु रोग, पंचकर्म, हाइजीन एवं योग, फिजियोलॉजी और स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग में पांच-पांच सीटों पर पीजी की पढ़ाई के लिए आवेदन भेजा था. प्रिंसिपल डॉ दिनेश्वर प्रसाद ने कहा कि आवेदन को मानते हुए मंत्रालय ने जानकारी लेने के लिए पत्र भेजा है.

नियमानुसार एक विभाग में दो रीडर, एक प्रोफेसर व तीन लेक्चरर होने चाहिए. गायनी व फिजियोलॉजी में रीडर, प्रोफेसर बढ़ाने की मांग स्वास्थ्य विभाग से की गयी है. सब कुछ ठीक रहा, तो यहां छह सब्जेक्ट में पीजी की पढ़ाई होगी. वर्तमान में बिहार के किसी भी सरकारी आयुर्वेदिक कॉलेज में पीजी की पढ़ाई नहीं होती है.

Posted by Ashish Jha

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें