नाराजगी. अपनी मांगों को लेकर सफाइकर्मियों ने काम को किया बाधित
व्यवस्था में सुधार नहीं होने तक नहीं लौटेंगे काम पर, लिया संकल्पकहा-मजदूरी भुगतान में की जा रही अनदेखी, संवेदक कर रहे मनमानी
कैप्शन – नप कार्यालय में हंगामा करता सफाईकर्मीप्रतिनिधि,
वारिसलीगंज.
नगर पर्षद वारिसलीगंज के सफाइकर्मियों ने सोमवार से सामूहिक रूप से कार्य को बाधित कर एकजुट होकर व्यवस्था में सुधार के बगैर काम पर नहीं लौटने का संकल्प लिया है. प्राप्त जानकारी के अनुसार, दैनिक हाजिरी को लेकर तैयार मास्टर रौल में वारिसलीगंज नपकर्मी से धोखाधड़ी कर एक माह में कुल 26 दिन ही उपस्थिति दर्शाते हैं. साथ ही सफाई को लेकर संवेदक भुगतान में पीएफ आदि का हवाला देकर भुगतान प्रक्रिया को बाधित कर रहे हैं. इस कारण मंगलवार को दर्जनों सफाईकर्मियों ने नगर पर्षद कार्यालय में एकजुट होकर अधिकारियों, कर्मियों व संवेदक की मनमानी व अड़ियल रवैये के विरुद्ध नारेबाजी कर हंगामा किया. इससे कई घंटों तक नप कार्यालय में अफरातफरी मचती रही. हंगामा कर रहे सिकंदर डोम, पवन डोम, मुकेश डोम, गुलशन डोम, सन्नी डोम, देवा डोम, सूरज डोम, गोरे डोम, नीतीश मलिक, मणि देवी, राजकुमारी देवी, गीता देवी, समुद्री देवी, मौला देवी समेत अन्य सफाइकर्मियों ने बताया कि पूर्व में ऐसी स्थिति उत्पन्न नहीं हो रही थी और कार्यों का दबाव भी कम था. परंतु, हाल में दिन के अलावा रात में भी हम सफाईकर्मियों से काम लिया जाता है और मजदूरी पहले से कम भुगतान की जाती है.हमारी हो रही हकमारी
सफाइकर्मियों ने इन तमाम परेशानियों की जड़ नप के दबंग संवेदक के साथ-साथ सरकार के मुलाजिमों को बताया है. सफाइकर्मियों ने बताया कि संवेदक से लेकर नप कार्यालय के कई कर्मी हमारी राशि हड़पने में शामिल हैं. अत्यधिक धन पाने की लालसा ने इन लोगों की आंखें बंद कर दी हैं और पूरी निष्ठा से काम करने वाले हम सफाइकर्मियों की मेहनत के पैसों को हड़पना चाहते हैं.क्या कहते हैं इओ
इस संबंध में नगर पर्षद के कार्यपालक पदाधिकारी समीर कुमार ने बताया कि सफाइकर्मी की मांग वाजिब नहीं है़ सेवा काल स्थायी करने की मांग सरकार के स्तर की बात है. कर्तव्यों के प्रति लापरवाही और मनमानी खुद सफाइकर्मियों ने की है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

