वारिसलीगंज-पकरीबरावां पथ पर कोरमा मोड़ से पास तेज रफ्तार ट्रैक्टर अनियंत्रित
दंपती समेत तीन लोगों की हालत गंभीर, बाहर रेफरप्रतिनिधि,
वारिसलीगंज.
वारिसलीगंज-पकरीबरावां पथ पर कोरमा मोड़ से पास शुक्रवार की सुबह ट्रैक्टर-टोटो की जोरदार टक्कर हो गयी, जिसमें टोटो में बैठे कुल नौ लोग जख्मी हो गये. उन्हें वारिसलीगंज प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में दाखिला कराया गया. इसके बाद चिकित्सकों ने जख्मियों की हालत नाजुक देख बेहतर इलाज के लिए विम्स अस्पताल पावापुरी रेफर कर दिया है. बताया गया कि टोटो में सवार रहे सभी जख्मी एक ही गांव पकरीबरावां थाना क्षेत्र के छतरबार गांव के निवासी हैं. प्रत्यदर्शियों ने बताया कि वारिसलीगंज की तरफ से तेज गति से बालू लदा ट्रैक्टर आ रहा था और दूसरी दिशा पकरीबरावां की ओर से सवारियों को लेकर टोटो आ रहा था. इसी बीच बालू लदे ट्रैक्टर के चालक ने नियंत्रण खो दिया और सवारियों से भरे टोटो में जोरदार टक्कर मार दी. इस घटना में टोटो में बैठे पकरीबरावां थाना क्षेत्र स्थित छतरबार गांव निवासी रामदेव चौरसिया के पुत्र सुनील चौरसिया, यदुनंदन चौरसिया के पुत्र भोला चौरसिया, भोला चौरसिया की पुत्री शबनम कुमारी, भोला चौरसिया की पत्नी नीलम देवी, विजय चौरसिया के पुत्र संदीप कुमार, श्रवण रविदास के पुत्र रमेश रविदास, रमेश रविदास की पत्नी अनिता देवी व कोंचगांव निवासी परदेशी चौरसिया के पुत्र धर्मेंद्र चौरसिया गंभीर रूप से जख्मी हो गये हैं. जानकारी के अनुसार, तीन जख्मियों में पति-पत्नी अनिता देवी व रमेश रविदास और भोला चौरसिया की स्थिति चिंताजनक बतायी जा रही है.लोगों ने जाम की सड़क
अवैध बालू लोडेड ट्रैक्टर से लगातार हो रही दुर्घटनाओं से गुस्साये परिजनों व अन्य लोगों ने पकरीबरावां-वारिसलीगंज पथ को जाम कर दिया. वे क्षेत्र के ट्रैक्टर मालिकों व चालकों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग कर रहे थे. घटनास्थल पर पहुंची वारिसलीगंज थाना की पुलिस ने सड़क जाम कर रहे लोगों को मनाने का प्रयास किया, परंतु आंदोलनकारियों ने पुलिस की एक नहीं सुनी. कई घंटों के बाद पुलिस काफी मशक्कत के बाद आंदोलनकारियों को समझाने में कामयाब रही. उसके बाद आवागमन सुचारू हो सका. इधर, पुलिस सड़क पर लगे सीसीटीवी कैमरों के जरिये ट्रैक्टर की पहचान करने में जुटी है.पुलिस पर लगाया बालू माफियाओं से मिलीभगत का आरोप
लोगों का कहना है कि सड़क दुर्घटनाओं की मुख्य वजह अवैध बालू धंधेबाज हैं, जो पुलिस व खनन अधिकारियों के भय से चालकों को अनियंत्रित ढंग से ट्रैक्टर चलाने का आदेश दे रखे हैं. ऐसी स्थिति में मालिकों से मिले निर्देश के बाद ट्रैक्टर चालक पूरी तरह अनियंत्रित हो जाते हैं और घटना को अंजाम दे रहे हैं. वहीं वारिसलीगंज पुलिस बालू माफियाओं से मिलीभगत कर सड़क दुर्घटनाओं में बराबर के दोषी बनी है. अगर समय रहते अवैध बालू माफियाओं पर लगाम नहीं लगाया गया, तो सड़क हादसे के साथ आपसी वर्चस्व की लड़ाई में भी कई की जानें जा सकती हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है