नारदीगंज. सोमवार और मंगलवार के दिन छठव्रतियों ने डूबते और उगते हुए सूर्य को अर्घ दिया और परिवार समाज के कुशलता के लिए भगवान भास्कर से मन्नत मांगी. इस अवसर पर जिले के ऐतिहासिक द्वापरकालीन हंडिया गांव स्थित सूर्य मंदिर में हजारों छठव्रती श्रद्धालुओं ने सूर्य को अर्घ दान देकर पूजा अर्चना की. अर्घ के बाद सूर्य मंदिर जाकर भगवान भास्कर की पूजा अर्चना की. पारंपरिक लोक गीतों से वातावरण भक्तिमय रहा. इस मौके पर परिवार के लोग काफी उत्साहित नजर आये. चारों ओर पारंपरिक लोकगीतों से वातावरण भक्तिमय हो रहा था. हंडिया सूर्य मंदिर का निर्माण भगवान श्री कृष्ण के पौत्र सांब ने कुष्ठ रोग से मुक्ति के लिए करवाया था. इस मंदिर में जरासंध की पुत्री धन्यवती भी पूजा कर कुष्ठ रोग से मुक्ति पायी थी. मंदिर के सरोवर में स्नान कर भगवान भास्कर को अर्घ देने से मनोवांक्षित फल की प्राप्ति होती है. इस बार छठ में अपने जिले के अलावा उत्तरप्रदेश, झारखंड, पश्चिम बंगाल से भी श्रद्धालुओं यहां छठ पूजा करने आते हैं. कई लोग रोग मुक्ति के लिए, तो कई लोग पुत्र प्राप्ति के लिए अर्घ देने आते हैं. पुत्र प्राप्ति की मानो कामना पूर्ण होने पर यहां बच्चों का मुंडन संस्कार भी कराये.
अधिकारी रहे सक्रिय
पूजा और मेला में किसी प्रकार का व्यवधान न हो इसके लिए थानाध्यक्ष राहुल अभिषेक, महिला पुलिस और अन्य पुलिस जवानों के साथ तैनात रहे. बीडीओ सोनिया ढनढननिया, सीओ रईस आलम समेत अन्य पदाधिकारी भी मेला और छठ घाट का निरीक्षण किया. वही हंडिया सूर्यमंदिर परिसर में चिकित्सक की टीम व स्वास्थ्य कर्मियों छठ पूजा में आये श्रद्धालुओं की सेवा में तत्पर रहे. इसके अलावा कोसला सूर्य मंदिर, रामे सूर्य मंदिर, ओड़ो सूर्य मंदिर समेत अन्य गांवों के छठ घाटों पर छठव्रतियों एवं श्रद्धालुओं ने पूजा-अर्चना कर मन्नतें मांगी. इधर, ढाढर नदी में रायल क्लब के सौजन्य से बनाये गए घाट में और आदर्श युवा क्लब अब्दलपुर पड़रिया के सौजन्य से पावरग्रिड स्थित तालाब में छठव्रती व श्रद्धालुओं ने अर्घ किया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

