कहा स्थानीय लंपट टाइप के नेता के कारण सपना रह गया अधूरा फोटो कैप्शन – नामांकन वापस लेने के बाद लौटते कांग्रेस प्रत्याशी सतीश कुमार नवादा कार्यालय. गुरुवार को नामांकन वापस के आखिरी दिन जिला के वारिसलीगंज विधानसभा क्षेत्र में बड़ा उलटफेर देखने को मिला. कांग्रेस के प्रत्याशी सतीश कुमार उर्फ मंटन सिंह ने अपने नामांकन का पर्चा वापस ले लिया. जानकारी हो कि महागठबंधन में आपसी कलह के कारण पहले कांग्रेस व बाद में राजद ने अपने-अपने प्रत्याशियों को टिकट बांट दिया था. 18 अक्तूबर को सतीश कुमार उर्फ मंटन सिंह ने अपना नामांकन कराया था. लेकिन आलाकमान के आदेश पर कांग्रेस प्रत्याशी ने दोपहर बाद नाम वापस कर लिये. सदर अनुमंडल में एलआरडीसी सह निर्वाची पदाधिकारी के यहां से नामांकन वापसी के बाद लौटने पर पत्रकारों से बातचीत में भावुक हों गये. मंटन सिंह ने कहा कि आलाकमान में प्रभारी सचिव देवेंद्र यादव व पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश सिंह के द्वारा दिये गये आदेशों का पालन किया है. सतीश कुमार ने कहा कि वारिसलीगंज विधानसभा में एक स्वच्छ माहौल का सपना देखा था. वह सपना अधूरा रह गया. विधानसभा में अपराधी किस्म के लोगों से राहत दिलाने तथा जाति-पाति की राजनीति को दूर करने के लिए काम करता. जमात के लिए काम करते. लेकिन हमारे स्थानीय लंपट टाइप के नेता के कारण यह स्थिति बनी है कि हमें अपना नामांकन वापस लेना पड़ रहा है.
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