नवादा कार्यालय. जिले में महिलाओं के लिए चलायी जा रही योनजाओं की जानकारी देना और उनकी अपेक्षाओं को संकलित कर नीतिगत निर्णय लेने के उद्देश्य से महिला संवाद की शुरुआत 18 अप्रैल 2025 से की गयी. इसमें अब तक लगभग 825 से अधिक ग्राम संगठनों ने महिला संवाद हो चुके हैं. वहीं, 20 हजार से अधिक आकांक्षाओं का संकलन किया गया है. महिलाओं को अपनी आकांक्षाएं व समस्याएं साझा करने के लिए एक सशक्त मंच प्रदान किया गया है. इसका उद्देश्य योजनाओं का लाभ व प्रभाव को सीधे महिलाओं तक पहुंचाना है. इस दौरान महिला सशक्तीकरण पर आधारित फिल्में प्रदर्शित की जाती हैं. सरकारी योजनाओं की जानकारी सरल भाषा में लीफलेट्स के माध्यम से दी जाती है. कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री, बिहार का विशेष संदेश पत्र भी वितरित किया जाता है. इसमें महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने व योजनाओं का लाभ उठाने के लिए प्रेरित किया जाता है. जिले के सभी प्रखंडों में 1510 जीविका महिला ग्राम संगठनों द्वारा महिला संवाद आयोजित करने का लक्ष्य निर्धारित है. अभी तक आयोजित कार्यक्रमों में 01 लाख 40 हजार से अधिक महिलाओं की सक्रिय भागीदारी रही है. कार्यक्रम में महिलाओं ने बताया कि राज्य सरकार की योजनाओं ने उनके जीवन में खुशहाली और आत्मनिर्भरता लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी है. इनमें प्रमुख योजनाएं बिहार ग्रामीण जीविकोपार्जन प्रोत्साहन समिति (जीविका), सतत् जीविकोपार्जन योजना, मुख्यमंत्री बालिका पोशाक योजना, मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना, मुख्यमंत्री बालिका साइकिल योजना, मुख्यमंत्री बालिका (इंटरमीडिएट) प्रोत्साहन योजना शामिल हैं. इन योजनाओं के माध्यम से महिलाओं ने न केवल अपनी आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ किया है, बल्कि सामाजिक स्तर पर भी अपनी पहचान बनायी है. महिला संवाद कार्यक्रम नवादा जिले में सशक्तीकरण, जागरूकता और सहभागिता का प्रतीक बनकर उभरा है, जो सामाजिक परिवर्तन की दिशा में एक प्रभावशाली पहल है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

