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मुंबई विस्फोट : बिहार के पीड़ित बोले, हमें मिला न्याय
रजौली (नवादा) : नवादा जिले के सिरदला प्रखंड के ढाब गांव के लोगों ने याकूब मेमन को फांसी दिये जाने पर खुशी जतायी है. कहा कि हमारे के साथ न्याय हुआ है. 1993 के मुंबई सीरियल ब्लास्ट में ढाब के मोहम्मद इलियास अंसारी (45 वर्ष), सरफराज अंसारी (20 वर्ष) और मुतरुजा अली (10 वर्ष) की […]
रजौली (नवादा) : नवादा जिले के सिरदला प्रखंड के ढाब गांव के लोगों ने याकूब मेमन को फांसी दिये जाने पर खुशी जतायी है. कहा कि हमारे के साथ न्याय हुआ है. 1993 के मुंबई सीरियल ब्लास्ट में ढाब के मोहम्मद इलियास अंसारी (45 वर्ष), सरफराज अंसारी (20 वर्ष) और मुतरुजा अली (10 वर्ष) की मौत हो गयी थी.
उनके परिजनों ने कहा कि ऐसे देशद्रोही को, तो बहुत पहले ही फांसी दे देनी चाहिए थी. उसने पूरे परिवार को तबाह कर दिया. मोहम्मद इलियास के बेटे मोहम्मद अयूब अंसारी ने कहा कि याकूब मेमन को तो 22 साल पहले ही फांसी दे देनी चाहिए थी. उसको फांसी होने से विस्फोट के पीड़ितों को संतुष्टि मिली है.
इसका काफी समय से इंतजार था. मोहम्मद अयूब ने बताया कि जब मेरे अब्बा की मौत हुई थी, तब मैं सिर्फ तीन वर्ष का था. अम्मा शकीला खातून ने बताया कि मुंबई में अब्बा की जान चली गयी. दो अन्य लोगों के साथ जब अब्बा का शव गांव आया, तो पूरा गांव शोक में डूब गया था.
सरफराज अंसारी की अम्मा तो बेटे की मौत का सदमा बरदाश्त नहीं कर सकीं. वह छोटे बेटे के साथ हिसुआ के छोटकी शेखपुरा जा बसीं. मोबाइल पर उन्हें याकूब मेमन की फांसी की सूचना दी गयी है. इतने दिनों बाद उन्हें हंसते हुए सुना गया. उन्होंने फोन पर कहा कि हमलोगों (सभी पीड़ितों) के साथ न्याय हुआ.
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