बुनकरों को मिलेगा यूनिक आइडी नंबर
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जिले में हस्तकरघा उद्योग को मिलेगा बढ़ावा
बुनकरों को मिलेगा यूनिक आइडी नंबर बिहारशरीफ : जिले में हस्तकरघा उद्योग को बढ़ावा दिया जायेगा. इसके उत्थान के लिए सरकार व विभाग की ओर से कई महत्तवकांक्षी योजनाएं चलायी जा रही है. योजनाओं का सही रूप से संचालन हो और इसका लाभ लाभुकों को समय पर मिले इसके लिए विभाग ने नयी रणनीति तैयार […]
बिहारशरीफ : जिले में हस्तकरघा उद्योग को बढ़ावा दिया जायेगा. इसके उत्थान के लिए सरकार व विभाग की ओर से कई महत्तवकांक्षी योजनाएं चलायी जा रही है. योजनाओं का सही रूप से संचालन हो और इसका लाभ लाभुकों को समय पर मिले इसके लिए विभाग ने नयी रणनीति तैयार की है. इसका मुख्य उद्देश्य है कि लाभुकों को योजना से लाभांवित कर आर्थिक रूप से मजबूत बनाने का. सरकार व जिला उद्योग विभाग ने इसके लिए जिले के बुनकरों को यूनिक आइडी नंबर उपलब्ध कराने का निर्णय लिया है.जिला उद्योग विभाग के महाप्रबंधक शत्रुघ्न प्रसाद सिन्हा ने बताया कि सरकार व विभाग की ओर से बुनकरों के उत्थान के लिए उठाये कदम के तहत यूनिक आइडी नंबर दिये जायेंगे. यह व्यवस्था बुनकरों के लिए फायदेमंद साबित होगा.
इस नंबर मिल जाने से जहां एक ओर योजनाओं में बिचौलियों की एक भी नहीं चलेगी, वहीं बुनकर इससे सीधे लाभांवित हो पायेंगे. समय पर केंद्र व राज्य की योजनाओं का समय पर लाभ उठा सकेंगे. इस नंबर के माध्यम से बुनकरों के हस्तकरघा से संबंधित सूचनाएं एकत्रित करने में आसानी होगी. योजना के मुताबिक हस्तकरघा पर यूनिक आइडेन्टिफकेशन नंबर रहेगा. इस नंबर में जिला कोड दो अंकों का होगा व प्रखंड के लिए पांच अंक होगा. प्रखंड स्थित प्रथम हस्तकरघा के लिए प्रत्येक हस्तकरघा के रीडकैप एवं फर्म के मध्य भाग में आइडी संख्या पंचिग की जाएगी जो स्पष्ट रूप से दिखाई देगी. यह संख्या लूम सर्वेक्षण प्रपत्र पर लिखा होगा.
साथ ही इसका संधारण पंजी प्रखंडवार होगा.
राजगीर : फरवरी माह में सभी धर्मों के समागम स्थल राजगीर में भारत साधु समाज का होगा एक वृहत अधिवेशन का आयोजन. जिसमें भी भारत के दिग्गज वेदज्ञाता साधुओं की टोलियों का लगेगा जमावड़ा. उक्त बातें गुरुवार को भारत साधु समाज के राष्ट्रीय महामंत्री धर्माचार्य स्वामी हरिनारायणानंद जी महाराज ने संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा.उन्होंने कहा कि विश्व प्रसिद्ध मठ मंदिरो का नगर राजगीर में आगामी फरवरी माह मे प्रदेश भारत साधु समाज का एक विशेष अधिवेशन का आयोजन किया जायेगा. जिसमें बिहार के प्राचीन ध्वस्त होते हिंदू धर्म के मठ मंदिरों के अस्तित्व पर परिचर्चा की जाएगी.
उन्होंने सरकार के प्रति नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि हिंदू के परम सनातन धर्म से जुड़े मठ मंदिरो के विकास पर वर्तमान सरकार की कोई भी योजना नहीं होना एक बेहद दुर्भाग्य की बात है. जिससे मठ मंदिरों व उनमें स्थापित प्रतिमाओं की दुर्दशा से भारत साधु समाज आहत है. प्राचीन काल से ही सनातन धर्म के वेद पुराणों ने विश्व भर को मानव कल्याण तथा बहुजन हिताय बहुजन सुखाय का संदेश देते रहे हैं. ऐसे मे सर्व धर्म समाभव के अग्रदूत रहे भारत ही नहीं बल्कि बिहार के असंख्य मठ मंदिरों की दुर्दशा ने साधु समाज को आहत किया है. जिसके प्रति सरकार का ध्यान आकृष्ट कराने हेतु आगामी फरवरी माह मे राजगीर की तपोभूमि पर प्रदेश भारत साधु समाज की एक वृहत अधिवेशन का आयोजन किया जायेगा. जिसमें उक्त समस्त समास्याओं पर होने वाली परिचर्चा मे भारत वर्ष के दिव्य महापुरुष साधुओं का जमावड़ा होगा. इसके लिए भारत साधु समाज मगध क्षेत्र के सभी धर्म स्थानों मठों द्वारा स्थानीय शिक्षण संस्थाओं मे आध्यात्मिक एवं सामाजिक जागरण अभियान संदर्भ में धार्मिक तथा नैतिक शिक्षा का प्रारंभ आगामी एक फरवरी से किया जाएगा. इस अवसर पर प्रदेश उपाध्यक्ष स्वामी सुखदेव मुनि जी महाराज संगठन मंत्री स्वामी दिव्यानंद जी महाराज, प्रदेश सचिव उमाशंकर प्रसाद शर्मा के अलावे ससमाजसेवी राजाराम सिंह व अन्य उपस्थित थे.
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