बिहारशरीफ : सिविल सर्जन डॉ. सुबोध प्रसाद सिंह ने बुधवार को शहर के सालूगंज हेल्थ कैंप का औचक निरीक्षण किया. इस दौरान कैंप के कार्यों की समीक्षा की. समी़क्षा के दौरान उन्होंने पाया कि इस क्षेत्र में मंगलवार को डेंगू के आठ संदिग्ध मरीजों के सीरम जांच को लिए गये थे. जिसे एलाइजा जांच के लिए पीएमसीएच भेजा गया है. इसी तरह बुधवार को भी पांच संदिग्ध मरीजों के ब्लड जांच के लिए लिए गये. इन ब्लड के नमूनों को भी एलाइजा जांच के लिए पीएमसीएच भेजा गया है.
एक मरीज को सालूगंज हेल्थ कैंप से सदर अस्पताल रेफर किया गया.
शहर के कई मोहल्लों में छिड़काव :शहर के चौखंडीपर,सिढ़ीगली , हाजीपुर ,खंदकपर ,महलपर,खैराबाद मोहल्लों में डेंगू के लार्वा को खत्म करने के लिए बुधवार को लार्वा नाशक दवा का छिड़काव किया गया. सीएस डॉ. सिंह ने बताया कि जहां पर जलजमाव है, वहां इसका छिड़काव किया गया है. साथ ही कहा गया है कि छिड़काव कार्य आगे भी जारी रखें. ताकी डेंगू के लार्वा को पूरी तरह से खत्म किया जा सके.
जिले में डेंगू के पांव पसारने की खबर के बाद जिला स्वास्थ्य महकमा तो अलर्ट है ही.
राज्य स्वास्थ्य ,पटना के कार्यपालक निदेशक के निर्देश पर आईडीसीपी की टीम रविवार को नालंदा आयी थी. टीम में स्टेट एपिडेमियोलॉजिस्ट रागिनी मिश्रा ,स्टेट माइक्रोबायोलॉजिस्ट नवीन कुमार दत्ता शामिल थे. उनके साथ जिला एपिडेमियोलॉजिस्ट डॉ. मनोरंजन कुमार भी शामिल थे. उक्त टीम ने बिहारशरीफ के सालूगंज व सिलाव प्रखंड के कड़ाह गांव का दौरा कर डेंगू फीवर का जायजा लिया था.
हर बुखार डेंगू नहीं, लक्षण मिले तो कराएं जांच
सिविल सर्जन डॉ. सुबोध प्रसाद सिंह ने बताया कि जिले के सभी पीएचसी प्रभारियों को डेंगू के मरीजों पर पैनी नजर रखने को कहा गया है. उन्होंने कहा कि हर बुखार डेंगू नहीं होता. एलाइजा टेस्ट में रिपोर्ट पॉजिटिव होने पर डेंगू फीवर कहा जा सकता है. इसलिए लोग अफवाह से भी बचें. यदि इसके लक्षण प्रतीत हों तो तुरंत निकट के सरकारी अस्पताल में जाकर ब्लड की जांच करायें. चिकित्सीय सलाह के मुताबिक ही इसकी दवा का सेवन करें. घरों की सफाई पर ध्यान दें. जलजमाव नहीं होने दें. साथ ही गंदगी हरगिज घरों व आसपास में फैलने नहीं दें. दिन में सोते वक्त भी मच्छरदानी का प्रयोग करें. सदर अस्पताल में मरीजों के इलाज के लिए बना है 14 बेड का स्पेशल डेंगू वार्ड. यह वार्ड चिकित्सीय उपकरणों से लैस है.
डिहरा में चिकनगुनिया का मरीज
चंडी. डिहरा गांव निवासी संतोष कुमार के खून जांच में चिकनगुनिया के लक्षण पाये गये. उनका इलाज पटना के एक निजी क्लिनिक में चल रहा है. तेज बुखार एवं बदन दर्द की शिकायत के बाद जांच में चिकनगुनिया पॉजिटीव पाया गया हे. इधर चंडी अस्पताल प्रभारी डॉ. रामानंद ने कहा कि न तो इसकी सूचना है और ना ही यहां उसका जांच एवं इलाज की व्यवस्था है. उन्होंने आशंका जाहिर की कि संबंधित मरीज यदि कही बाहर गये होंगे तो उस दौरान भी चिकनगुनिया मच्छर काट सकता है.