सैदली गांव में चचरी पुल बना सहारा
बिहारशरीफ : जिले की बरसाती नदियां इन दिनों उफान पर हैं. बाढ़ ने कई प्रखंडों में तबाही मचा दी है. सबसे अधिक जिले के रहुई प्रखंड बाढ़ से प्रभावित है. रहुई में पंचाने नदी ,अस्थावां व बिन्द जिराइन व संकरी नदियां तबाही मचा रखी है. रहुई में तो जिला प्रशासन को बाढ़ राहत कैंप खोलना पड़ा. इतना ही नहीं लोगों को आने जाने के लिए चार नावें उपलब्ध करानी पड़ीं. रहुई प्रखंड के सैदी हीमपुर,गंजपर,दुलचंदपुर,सैदली,मई-फरीदा सहित कई गांव बाढ़ से घिरे हुए हैं.
इन गांव के लोगों को घरों से बाहर निकलने के लिए भी सोचना पड़ा रहा है. बाढ़ का पानी से हजारों एकड़ में लगी धान की फसल डूब कर बरबाद हो गयी है. सैदली गांव के पास चचरी पुल बनाकर लोग आवागमन कर रहे हैं. साथ ही प्रशासन की ओर से नाव की भी व्यवस्था की गयी है. गंजपर के पास से पंचाने नदी बहती है ,रहीमपुर गांव नदी के पास ही बसा है. यह गांव बाढ़ के पानी से पूरी तरह से घिरा हुआ है. जब -जब पंचाने नदी का पानी बढ़ता है तो इन गांव के लोगों की परेशानी दोगुनी हो जाती है. गंजपर गांव स्थित पुल का मुंह छोटा रहने से पानी दबाव बढ़ता जाता है. लिहाजा लोगों की परेशानी बढ़ जाती है. ग्रामीण प्रशासन से पुल तोड़ने की मांग कर रहे हैं.
लिंक पथ को तोड़कर पानी की निकासी की गयी है. वहीं अस्थावां के अंदी,देशना,ओंदा गांव के लोग प्रभावित हैं. देशना ,अस्थावां ,ओंदा ,अस्थावां पथों पर पानी का तेज बहाव हो रहा है. इन गावों में किसानों की खरीफ फसलें बर्बाद हो गयी हैं. इसी तरह पीपरापुर गांव का क्षतिग्रस्त तटबंध को स्थानीय प्रशासन द्वारा मरम्मत करायी गयी है. सीओ रविशंकर पांडेय ने बताया कि बाढ़ की स्थिति नियंत्रण में है. वहीं बिन्द के बरहोग,गोविंदपुर,दरियापुर,जमसारी गांव के किसानों की फसलें नष्ट हो गयी हैं. छाछूबिगहा में क्षतिग्रस्त तटबंध की मरम्मत कार्य शुरू कर दिया गया है. सीओ अफजल हुसैन ने बताया कि बाढ़ की स्थिति नियंत्रण में है. बाढ़ का पानी का दबाव धीरे-धीरे कम हो रहा है.