बिहारशरीफ (नालंदा) : नालंदा विधानसभा का बूथस्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन में नालंदा महाबोधि महाविद्यालय में बुधवार को सूचना जनसंपर्क विभाग के मंत्री नीरज कुमार ने कहा कि नीतीश कुमार के किये कामों का अनुकरण दूसरे राज्यों में किया जा रहा है. शराबबंदी, बाल विवाह, दहेज प्रथा उन्मूलन के लिए चलाया जा रहे जागरूकता अभियान ने समाज को नयी दिशा दी है. 15 साल पहले जनता कराहती थी.
दूसरे राज्य कर रहे हैं बिहार के काम का अनुकरण : नीरज
बिहारशरीफ (नालंदा) : नालंदा विधानसभा का बूथस्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन में नालंदा महाबोधि महाविद्यालय में बुधवार को सूचना जनसंपर्क विभाग के मंत्री नीरज कुमार ने कहा कि नीतीश कुमार के किये कामों का अनुकरण दूसरे राज्यों में किया जा रहा है. शराबबंदी, बाल विवाह, दहेज प्रथा उन्मूलन के लिए चलाया जा रहे जागरूकता अभियान ने समाज […]
गांव में मिल रही है शहर जैसी सुविधा : श्रवण :ग्रामीण विकास व संसदीय कार्य मंत्री ने कहा कि कार्यकर्ता पार्टी की रीढ़ है. पार्टी की सफलता उन पर निर्भर करती है.
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के सात निश्चय के तहत किये गये कार्यों का असर गांवों में दिख रहा है. अब गांवों में भी शहर जैसी सुविधा मिलय के स्तर से टेंडर की प्रक्रिया शुरू की जायेगी. आने वाले दो से तीन महीनों में जेल का निर्माण शुरलय के स्तर से शुरू होगी इसके लिए टेंडर करने की प्रक्रिया
पहले फुलवारी में बनने का था प्रस्ताव
भागलपुर में पहले से दो जेल मौजूद हैं. जुब्बा सहनी केंद्रीय कारा के पास करीब 22 एकड़ के क्षेत्रफल में इस हाइ-सि. इससे पहले इस जेल के निर्माण का प्रस्ताव फुलवारीशरीफ स्थित जेल की बगल में था, लेकिन सुरक्षा व जमीन की कमी समेत दूसरे अन्य कारणों की वजह से इसका निर्माण भागलपुर में कराना तय किया गया है.
ये होंगी इस हाइ- सिक्योरिटी जेल की खास बातें
इस जेल की पूरी प्रणाली इलेक्ट्रॉनिक होगी. जेल की सभी दीवारें ईंट के स्थान पर कंक्रीट की होंगी, जो बम विस्फोट से भी क्षतिग्रस्त नहीं होंगी. इसका पूरा भवन भूकंप के झटकों को भी बर्दाश्त कर लेगा.
इसकी सुरक्षा दीवारें तो अधिक ऊंची होंगी ही, इन पर और इसके आसपास खास किस्म के तार से सुरक्षा घेरा बनाया जायेगा. रात को इसमें से कम क्षमता वाला बिजली का करेंट भी गुजरेगा, जिससे अगर कोई पार करने की कोशिश करे, तो उसे जोर का झटका लगे.
लगेंगे इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, 24 घंटे कैमरे से होगी मॉनीटरिंग
इसमें स्कैनर, जैमर, एक्स-रे सिस्टम, सिक्योरिटी पास व नाइट-विजन वाले कैमरों के अलावा सुरक्षा से जुड़े अन्य कई तरह के इलेक्ट्रॉनिक उपकरण भी लगाये जायेंगे. मेन गेट समेत अन्य स्थानों की चौबीस घंटे कैमरे से मॉनीटरिंग होती रहेगी. इससे जेल हर तरह से सुरक्षित होगा.
यहां एक बार बंद होने वाले कैदियों के लिए भागना असंभव होगा. साथ ही बाहर से अंदर भी किसी तरह का सामान ले जाना भी संभव नहीं होगा. इसके अलावा कैदियों की सुविधा के लिए भी तमाम इंतजाम रहेंगे.
तैयार हो गया है प्रस्ताव
हाइ-सिक्योरिटी जेल भागलपुर में बनाने से संबंधित प्रस्ताव तैयार हो गया है. जल्द ही इसकी प्रक्रिया शुरू कर दी जायेगी.
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