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जिले के 150 शिक्षकों पर प्राथमिकी दर्ज
बिहारशरीफ : इंटर की उत्तरपुस्तिकाएं जांचने में रुचि नहीं दिखाने वाले जिले के करीब 150 कॉलेज शिक्षकों पर बिहार बोर्ड ने कार्रवाई की है. इन कॉलेज शिक्षकों पर शहर के तीन थानों बिहार, सोहसराय व लहेरी थानों में प्राथमिकी दर्ज की गयी है. बिहार बोर्ड के अध्यक्ष आनंद किशोर के निर्देश पर डीइओ मनोज कुमार […]
बिहारशरीफ : इंटर की उत्तरपुस्तिकाएं जांचने में रुचि नहीं दिखाने वाले जिले के करीब 150 कॉलेज शिक्षकों पर बिहार बोर्ड ने कार्रवाई की है. इन कॉलेज शिक्षकों पर शहर के तीन थानों बिहार, सोहसराय व लहेरी थानों में प्राथमिकी दर्ज की गयी है.
बिहार बोर्ड के अध्यक्ष आनंद किशोर के निर्देश पर डीइओ मनोज कुमार ने प्राथमिकी दर्ज करायी है. इंटरमीडिएट परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाएं जांचने के लिए बिहारशरीफ शहर में पांच मूल्यांकन केंद्र बनाये गये हैं.
इनमें नालंदा कॉलेज, किसान कॉलेज, सरदार पटेल कॉलेज, सोगरा कॉलेज व अल्लामा इकबाल कॉलेज शामिल हैं. इन केंद्रों पर कॉपियों को जांचने के लिए 792 परीक्षकों को लगाया गया था. दो मार्च से 15 मार्च तक कॉपियों का मूल्यांकन कार्य किया जाना था.
मूल्यांकन कार्य शुरू हुए करीब पांच दिन से अधिक गुजर जाने के बाद भी 792 परीक्षकों में से करीब 147 परीक्षकों ने योगदान नहीं किया. बिहार परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर ने बुधवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जिले में चल रहे मूल्यांकन कार्य के बारे में जानकारी प्राप्त की तथा कॉपियों के जांचने में रुचि नहीं दिखाने वाले परीक्षकों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराने का आदेश डीइओ मनोज कुमार को दिया.
इंटर की कॉपियों को जांचने में रुचि नहीं दिखाने पर हुई कार्रवाई
बिहार बोर्ड के अध्यक्ष के निर्देश पर डीइओ ने दर्ज करायी प्राथमिकी
मूल्यांकन केंद्रों में इन शिक्षकों के योगदान नहीं करने का है आरोप
सोहसराय, बिहार व लहेरी थानों में दर्ज करायी गयी प्राथमिकी
कैंसर के मरीजों को मिलेगी राहत
डीइओ मनोज कुमार ने बताया कि वीक्षण कार्य से अनुपस्थित रहने वाले वीक्षकों के खिलाफ कार्रवाई होगी. इसमें राहत उन्हीं लोगों को मिलेगी, जो कैंसर जैसी भयंकर बीमारी से पीड़ित हैं. जो लोग कैंसर बीमारी से पीड़ित नहीं हैं, उन्हें कोई राहत नहीं मिलेगी.
प्राथमिकी में रिटायर शिक्षकों के भी नाम
वीक्षण कार्य में रुचि नहीं दिखाने वाले वीक्षकों में कई ऐसे शिक्षक भी हैं जो रिटायर हो चुके हैं. ऐसे लोग अब प्राथमिकी से छुटकारा पाने के लिए डीइओ कार्यालय की दौड़ लगा रहे हैं. ऐसे लोगों को डीइओ कार्यालय द्वारा यह बताया गया कि वीक्षण कार्य के लिए लिस्ट भेजने में मेरी कोई भूमिका नहीं है. जब आप लोग सेवानिवृत्त हो गये हैं तो फिर सूची में आप लोगों का नाम कैसे है. आप लोगों के कॉलेज द्वारा ही सूची बोर्ड को भेजी गयी होगी.
इन शिक्षकों पर दर्ज हुई प्राथमिकी
सोगरा कॉलेज : अनिशा राजेंद्र, अविनाश चौधरी, रामजी प्रसाद, सुधीर कुमार, राजीव रंजन, विजय कुमार यादव, अजीत कुमार, विनय कुमार आर्या, अखिलेश प्रसाद, कमल किशोर प्रसाद, विजय कुमार, वीरेंद्र प्रसाद सिंह, भूषण राम, प्रो गिरीश कुमार, डॉ नूतन कुमारी, डॉ उपेंद्र प्रसाद, श्याम सुंदर, रामजनम कुमार, सुधीर रंजन, अजीत कुमार सिंह, प्रो अनिरुद्ध नारायण, प्रो कुणाल कुमार, ललित कुमार वर्मा, प्रो इंद्रभूषण कुमार, प्रो रोशन कुमार, सुजीत प्रभात, रामजतन प्रसाद सिंह, सकीत कुमार भोला, अख्तर हामिद, संजय कुमार, कृष्णा कुमार, डॉ मनोज कुमार, अंबिका शरण सिंह, उमाशंकर प्रसाद, उमेश प्रसाद, भूपेश कुमार, दकनेश कुमार, अवधेश कुमार द्विवेदी, अरविंद कुमार आदि.
किसान कॉलेज : सुनीता सिन्हा, शैलजा कुमार, सुधा कुमारी, इंद्रजीत, रूपम सिन्हा, सरजील अहमद आदि.
अल्लामा इकबाल कॉलेज : ओम प्रकाश, सृंजना, ऐश्वर्या सिंह, अशोक कुमार, कुमारी ज्योत्सना, पल्लवी सिन्हा, हेमंत कुमार सिन्हा, संत कुमार, अरुणा सिन्हा, प्रतिभा कुमारी, निभा रानी, रामरतन प्रसाद, सत्येंद्र प्रसाद, कुमारी सुलेखा रानी, प्रशांत कुमार सिन्हा, आभा रानी, शालिनी, अनिल प्रसाद, विवेकानंद सिंह, शैलेंद्र कुमार, किरण कुमारी, अनिल कुमार मिश्रा, अरविंद कुमार, शकील परवेज, रामनरेश प्रसाद, रामकुमार मेहता, राजेश रंजन, जितेंद्र कुमार, सुरेंद्र प्रसाद, परमानंद पंडित, रवींद्रनाथ सिंह, अशेश्वर ठाकुर आदि.
सरदार पटेल कॉलेज : नागमणि कुमार, मकरंद कुमार सिंह, मनींद्र कुमार, उषा मौआर, मो कलीमुद्दीन, मो अरशद आलम, ओम प्रकाश पांडे, अमरेंद्र कुमार, स्वराज कुमार, मनीष कुमार, प्रदीप कुमार, दयमंती कुमारी, कृष्ण कुमार सिंह, उषा सिन्हा, सचिन कुमार सिंह, सत्येंद्र कुमार सिंह, नवरत्न प्रसाद, घनश्याम प्रसाद, रागिनी प्रकाश, वंदना कुमारी, मो. सुहैल आलम, अविनाश कुमार, भोला यादव, मोनिका राज प्रिया, कविता राज, अमित कुमार, विनोद कुमार, राजेश्वर, देवेंद्र प्रसाद महतो, कुमार उदय प्रसाद, गुप्तेश्वर सिंह, नीलम सिन्हा, मुशरी नारायण शुक्ला, मो. ग्यासुद्दीन, एसएम मंजूर अख्तर, शिवेंद्र प्रसाद, धनंजय कुमार, प्रभावती आर्या, श्वेता कुमारी, विजय कुमार, ललन कुमार सिंह, सुरेश कुमार सिंह, सुरेश प्रसाद मेहता आदि.
नालंदा कॉलेज : सुमी रानी, शशिकांत कुमार, चंद्रदेव सिन्हा, रंजीत कुमार, मनीष कुमार, सुभद्रा कुमारी, रवि रंजन कुमार, संतोष कुमार, सतीश कुमार सिंह, मुकेश कुमार, कौशल किशोर सिंह, रमेश कुमार, उर्मिला कुमारी, विद्याभूषण विद्यार्थी, कृष्णनंदन सिंह, नवलेश प्रसाद, सुनीता कुमारी, विपिन कुमार, वृजनंदन प्रसाद, कपिलदेव प्रसाद, अदिति वर्मा, रामविलास प्रसाद सिंह आदि.
वीक्षकों की कमी से लंबा खींच सकता है उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन कार्य
मूल्यांकन केंद्रों पर इंटरमीडिएट की उत्तर पुस्तिका के बंडल के बंडल पड़े रहने और वीक्षकों की कमी के कारण 15 मार्च तक निर्धारित मूल्यांकन कार्य लंबा खींचने की उम्मीद जतायी जा रही है. बिहार बोर्ड द्वारा 02 से 15 मार्च तक ही मूल्यांकन का कार्य निर्धारित था, मगर अब उसके और आगे बढ़ने की संभावना है.
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