19 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

शराबबंदी व दहेज के िखलाफ बुलंद की आवाज

आयोजन . महिलाओं ने रैली िनकाल लोगों को िकया जागरूक दहेज प्रथा व बाल विवाह को मिटाने का लिया संकल्प हिलसा (नालंदा) : बिहार में पूर्ण शराबबंदी कराने के बाद समाज में फैले दहेज प्रथा व बाल विवाह जैसे कुरीतियों को मिटाने के लिए महिलाओं में एक बार फिर उत्साह देखा जा रहा है. बुधवार […]

आयोजन . महिलाओं ने रैली िनकाल लोगों को िकया जागरूक

दहेज प्रथा व बाल विवाह को मिटाने का लिया संकल्प
हिलसा (नालंदा) : बिहार में पूर्ण शराबबंदी कराने के बाद समाज में फैले दहेज प्रथा व बाल विवाह जैसे कुरीतियों को मिटाने के लिए महिलाओं में एक बार फिर उत्साह देखा जा रहा है. बुधवार को लोक कल्याण समिति के बैनर तले दहेजमुक्त बिहार बनाने के लिए निकाली गयी जागरूकता रैली में हजारों की संख्या में महिलाओं ने भाग लिया और समाज से इन कुरीतियों को सफाया करने का संकल्प लिया. लोक कल्याण समिति द्वारा पूर्व से आयोजित जागरूकता रैली के लिए राम बाबू उच्च विद्यालय के मैदान में हजारों की संख्या में महिलाएं एकत्रित हुई. फिर हाथों में तख्तियां व बैनर के साथ सड़कों पर उतर कर दहेज प्रथा व बाल विवाह के खिलाफ आवाज बुलंद की. साथ ही लोगों से समाज में फैले इस तरह की कुरीतियों को मिटाने में सहयोग की अपील की.
जागरूकता रैली काली स्थान, वरुण तल, बिहारी रोड, योगीपुर रोड होते हुए अनुमंडल कार्यालय पहुंचा, जहां सामूहिक रूप से बाल विवाह व दहेजमुक्त बिहार बनाने का संकल्प लिया. रैली का नेतृत्व कर रहे लोक कल्याण समिति के सचिव शैलेंद्र चौधरी ने कहा कि समाज में सबसे ज्यादा बुराई पैदा करने वाली शराब थी. शराब के सेवन के बाद अपराधिक घटना, घर परिवार में कलह होना आम बात बनगयी थी.
खासकर महिलाओं को प्रताड़ित होना पड़ता था. जिस घर में शराब का लत था, उस परिवार को दो वक्त की भोजन के लिए सोचना पड़ रहा था. जहां शराब जैसी बुराइयों को खात्मा करने के लिए प्रताड़ित हो रही महिलाओं ने कमर कसी और शराबबंदी की मांग को लेकर आंदोलन को धार बनाया ही नहीं, बल्कि गांव-गांव में शराब भट्ठी पर धावा बोल कारोबारियों से जंग लेने का भी काम किया था. जहां शराब के खिलाफ महिलाओं की उठी आवाज पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कदम उठाते हुए बिहार में पूर्ण शराबबंदी का एलान किया. शराबबंदी के बाद समाज में एक अलग बदलाव आ गया. शराब के कारण बर्बाद हो रहे हजारों परिवार की जिंदगी संवर गयी, जो लोग शराब पर खर्च करते थे. आज वह पैसा अपने परिवार व बच्चों को पढ़ाने के पीछे खर्च कर रहे. आपराधिक घटना, सड़क दुर्घटना, खासकर महिलाओं को प्रताड़ना का मामला में काफी कमी आयी हैं. उन्होंने कहा कि ठीक उसी तरह समाज में फैले बाल विवाह, दहेज प्रथा जैसे कुरीतियों को भी समाप्त कर एक सुंदर समाज का निर्माण करने में सब का सहयोग जरूरी हैं. वहीं समिति के मैनेजमेंट पदाधिकारी राजकिशोर गिरी ने कहा कि महिलाओं की जोश-खरोश जिस तरह शराबबंदी कराने में था, उसी प्रकार दहेज प्रथा व बाल विवाह के खिलाफ महिलाओं में उत्साह हैं. इन कुरीतियों को सफायाकर के ही दम लेने का मन बना लिया है. उन्होंने कहा समाज में आम तौर पर देखा जाता है कि आज कल युवा वर्ग अपनी शादियों में जमकर फिजूल खर्च करते हैं. जिसका सारा दबाव कमजोर व लाचार बने वधू पक्ष पर पड़ता है. ऐसी स्थिति में जागरूक लोगों को ऐसी तमाम शादियों का बहिष्कार करना चाहिए. जिसमें अनाव सनाव खर्च किया जाता है. उन्होंने बिहार सरकार नीतीश कुमार के आहृवान पर दहेज प्रथा व बाल विवाह उन्मूलन को लेकर आगामी 21 जनवरी को बनने वाली मानव शृंखला में अधिक से अधिक की संख्या में भाग लेने की अपील की. इस मौके पर डॉ सुरेंद्र कुमार, सुगन कुमार, विकास कुमार, प्रियंका कुमारी, सरिता देवी, बेबी कुमारी, अर्चना कुमारी, प्रिंस कुमारी, रेणु कुमारी, वैजंती देवी, सुनीता कुमारी आदि मौजूद थीं.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें