प्रथम चरण में चार प्रखंडों में बनाये जायेंगे सूचना प्रौद्योगिकी भवन
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हाइटेक होंगे जिले के प्रखंड सह अंचल कार्यालय
प्रथम चरण में चार प्रखंडों में बनाये जायेंगे सूचना प्रौद्योगिकी भवन बिहारशरीफ : जल्द ही प्रखंड सह अंचल कार्यालयों का लुक बदलने वाला है. पहले चरण में जिले के चार प्रखंडों को हाइटेक करने की योजना तैयार कर ली गयी है. प्रखंडों में सूचना प्रौद्योगिकी केंद्र भवन बनाये जायेंगे. हाल में ही सीएम नीतीश कुमार […]
बिहारशरीफ : जल्द ही प्रखंड सह अंचल कार्यालयों का लुक बदलने वाला है. पहले चरण में जिले के चार प्रखंडों को हाइटेक करने की योजना तैयार कर ली गयी है. प्रखंडों में सूचना प्रौद्योगिकी केंद्र भवन बनाये जायेंगे. हाल में ही सीएम नीतीश कुमार की विकास यात्रा के दौरान निर्माण कार्य की आधारशिला रखी गयी थी. विकास यात्रा के दौरान एकंगरसराय के चमहेड़ा गांव में 132 योजनाओं की आधारशिला सीएम के हाथों रखी गयी थी. इसमें सूचना प्रौद्योगिकी केंद्र भी शामिल है.
पहले चरण में नूरसराय, एकंगरसराय, सरमेरा व राजगीर प्रखंडों के कार्यालयों के चकाचक भवन बनाये जायेंगे. इसके बाद जैसे-जैसे योजनाओं की मंजूरी मिलेगी वैसे-वैसे अन्य प्रखंड कार्यालयों के भी भवन चकाचक बनाये जायेंगे. हरेक सूचना प्रौद्योगिकी केंद्र के भवन निर्माण पर साढ़े पांच करोड़ से छह करोड़ रुपये खर्च किये जायेंगे.
हालांकि योजना में जमीन की उपलब्धता पर एक सूचना प्रौद्योगिकी केंद्र की स्थापना पर छह करोड़ रुपये खर्च करने का प्रस्ताव है. इन प्रखंडों में भवन निर्माण विभाग को सूचना प्रौद्योगिकी भवन बनाने की जिम्मेदारी दी गयी है. अगर सब कुछ ठीक रहा तो अगले पांच से छह माह में भवन बनकर तैयार हो जायेंगे. भवन से कार्य संस्कृति में भी बदलाव आयेंगे. एक ही भवन में सभी तरह की तकनीकी सुविधाओं से लैस होने पर आम लोगों को भी काफी सहूलियत होगी.
भवन निर्माण पर पांच से छह करोड़ होंगे खर्च
भवन निर्माण पर आठ से नौ करोड़ खर्च किये जाने का प्रावधान है. एकंगरसराय में 599 लाख, राजगीर में 666 लाख, सरमेरा में 606 लाख व नूरसराय प्रखंड में सूचना प्रौद्योगिकी केंद्र के निर्माण पर 598 लाख रुपये खर्च किये जायेंगे. भवन निर्माण के कार्यपालक अभियंता ने बताया कि जल्द ही निर्माण कार्य शुरू कराये जायेंगे.
दोमंजिला होगा भवन
प्रखंड मुख्यालय में बनने वाला सूचना प्रौद्योगिकी केंद्र पूर्णत: वातानुकूलित होगा, जो डिजाइन सरकार द्वारा तय की गयी है, उसके अनुसार भवन दो मंजिला होगा. उसमें बीडीओ, सीओ, प्रमुख के अलावा अन्य अधिकारियों के भी कक्ष होंगे. वातानुकूलित भवन होने के साथ कंप्यूटरीकृत भी होगा, जहां प्रखंड व अंचल के अलावा पंचायत व गांव के विकास से जुड़ी योजनाओं के डाटा कंप्यूटर में सुरक्षित रखे जायेंगे.
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