बिहारशरीफ : पंचायत स्तर पर रोजगार देने वाली कल्याणकारी योजना मनरेगा में इन दिनों आवंटन नहीं है. आवंटन नहीं होने के कारण मजदूरों को काम मिलना कम हो गया है. अगर कार्य कराया भी जा रहा है तो मजदूरी की राशि खाते में नहीं आ रही है. इसके कारण मजदूरों की हालत दयनीय है. पिछले तीन माह से मनरेगा जॉब कार्डधारियों के खाते में राशि नहीं आ रही है. जबकि कार्य कराये जाने के एक सप्ताह में मजदूरी भुगतान किये जाने का प्रावधान है.
मनरेगा में आवंटन नहीं होने के कारण मनरेगा से होने वाला काम ठप है. जहां-तहां कुछ कार्य कराये जा रहे हैं तो वह भी उधार की मेटेरियल से. लोगों को कहा जा रहा है आवंटन आने के बाद भुगतान हो पायेगा. बताया जाता है कि मनरेगा में जितनी राशि दी गयी थी. उक्त राशि से कार्य कराया जा चुके है. कार्य कराये जाने के बाद केंद्र सरकार के पास राज्य सरकार की ओर से उपयोगिता प्रमाणपत्र नहीं भेजा जा सका है. इसके कारण राशि नहीं दी जा रही है.
उपयोगिता प्रमाणपत्र के बाद ही राशि दिये जाने का प्रावधान है. चर्चा यह है कि आवंटन के लिए अगले वित्तीय साल यानि अप्रैल 2018 का इंतजार करना होगा. जिले में चार लाख जॉब कार्डधारी हैं. एक मजदूर को एक साल में एक सौ दिन कार्य दिये जाने का प्रावधान है. मजदूरों को घर के आसपास ही काम दिये जाने का भी प्रावधान है. मनरेगा से जिले में बेहतर कार्य भी कराये गये हैं.