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जन्माष्टमी आज, मंदिरों की हुई विशेष सजावट
बिहारशरीफ. श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व सोमवार को मनाया जायेगा. भगवान विष्णु के आठवें अवतार के रूप में भादो माह के कृष्ण पक्ष अष्टमी की मध्यरात्रि में अत्यारी कंस का विनाश करने के लिए मथुरा में हुआ था. इसी दिन पृथ्वी पर भगवान श्रीकृष्ण अवतरित हुए थे. इसलिए इसदिन को कृष्ण जन्माष्टमी के रूप में मनाया […]
बिहारशरीफ. श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व सोमवार को मनाया जायेगा. भगवान विष्णु के आठवें अवतार के रूप में भादो माह के कृष्ण पक्ष अष्टमी की मध्यरात्रि में अत्यारी कंस का विनाश करने के लिए मथुरा में हुआ था. इसी दिन पृथ्वी पर भगवान श्रीकृष्ण अवतरित हुए थे. इसलिए इसदिन को कृष्ण जन्माष्टमी के रूप में मनाया जाता है. इस अवसर पर मंदिरों को खास तौर से सजाया संवारा जाता है. इस दिन मंदिरों में झांकियां सजायी जाती है और भगवान श्रीकृष्ण को झूला झुलाया जाता है. कई जगह रासलीला का भी आयोजन किया जाता है. इस दिन स्त्री पुरुष व्रत रखते हैं. इस दिन पूरी रात जश्न मनाया जाता है. कान्हा की आरती उतारी जाती है, पूजा, भजन किया जाता है.
कृष्ण भक्त असमंजस में:
इस बार भगवान श्रीकृष्ण के भक्त असमंजस में हैं कि वे 14 अगस्त को जन्माष्टमी मनाएं या 15 अगस्त को मनाएं. दरअसल श्रीकृष्ण का जन्म भादो माह के कृष्णपक्ष की अष्टमी को मध्य रात्रि के रोहिणी नक्षत्र में हुआ था. इस बार 14 अगस्त की शाम में अष्टमी तिथि लग रही है. इसके कारण कृष्ण भक्त असमंजस में है. इस संबंध में ज्योतिषाचार्य पंडित श्रीकांत शर्मा बताते हैं कि 14 अगस्त को गृहस्थ जन के लिए जन्माष्टमी व्रत ग्राह्य है और वैष्णव जण के लिए 15 अगस्त को मान्य है. श्री शर्मा बताते हैं 14 अगस्त की संध्या पांच बजकर 40 मिनट के बाद अष्टमी तिथि शुरू हो जाती है.
कान्हा को करें ये पांच चीजें अर्पित:
यदि आपके जीवन में संघर्ष बहुत ज्यादा है. धन की कमी की वजह से आप परेशान हैं तो श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर अपने भाग्य को बदलने के लिए तैयार हो जाइये. कान्हा को पांच चीजें अर्पित कीजिए, भगवान श्रीकृष्ण की कृपा से आपकी सारी परेशानी दूर हो जायेगी और उन्नति के रास्ते खुल जायेंगे.
तुलसी दल अर्पित करें:
भगवान श्रीकृष्ण को तुलसी दल बहुत प्रिय है. इसलिए भोग लगाते समय कान्हां को तुलसी दल अवश्य अर्पित करें.
माखन-मिश्री का भोग लगायें
माखन मिश्री बाल गोपाल को बहुत पसंद है. माखन मिश्री को भोग लगाने से कान्हां बहुत प्रसन्न होते हैं.
पीले फल चढ़ायें
पीले रंग के फल प्रसाद के रूप में कृष्ण जी को अर्पित करने से धन दौलत की प्राप्ति होती है और भगवान कृष्ण प्रसन्न होते हैं.
मोर पंख अर्पित करें:
मोर पंख भगवान श्रीकृष्ण के मुकुट में जरूर लगायें. इससे कृष्ण जी की विशेष कृपा आपको प्राप्त होगी.
पीला वस्त्र अर्पित करें:
कान्हां को पीताबंरी बहुत प्रिय है. इसलिए कान्हां जी को पीले वस्त्र अर्पित करें. इससे आपकी मनोकामनापूण्र होती
इन बातों का रखें ख्याल:
-कान्हां की पसंद की पांचों चीजें आप अपने घर के मंदिर में या किसी ऐसे मंदिर में जाकर अर्पित करें, जहां कान्हां का जन्म दिन पूरे भक्ति भाव से मनाया जा रहा हो.
-स्नान करके साफल वस्त्र धारण कर ही भगवान श्रीकृष्ण की प्रतिमा को स्पर्श करें.
-भगवान श्रीकृष्ण को अर्पित की जाने वाली सभी चीजों पर पहले गंगा जल छिड़कर पवित्र कर लें.
-सभी चीजें दाहिने हाथ से भगवान श्रीकृष्ण को अर्पित करें.
-तुलसी दल, माखन-मिश्री व पीले फल प्रसाद के रूप में ज्यादा से ज्यादा लोगों में बांटें.
कृष्ण जन्माष्टमी पर कार्यक्रम:-
-स्थानीय गढ़पर ठाकुरबाड़ी में सद्रोहरा भोग व भजन कीर्तन
-स्थानीय चौखंडी पर ठाकुरबाड़ी में सदौहरा भोज, 24 घंटे का अखंड रामायण
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