Advertisement
रक्षाबंधन आज, भाई के हाथों पर प्यार का धागा बांधेगी बहनें
रक्षा बंधन को लेकर बाजारों में चहल-पहल गिफ्ट की दुकानों में भी भीड़ दिखी बिहारशरीफ : भाई -बहन के प्रेम व विश्वास का प्रतीक रक्षाबंधन का पर्व सोमवार को पारंपरिक तरीके से मनाया जायेगा. पर्व को लेकर बाजारों की रौनक बढ़ी हुई हैं. लोग मिठाई, राखी व गिफ्ट खरीदने में रविवार को मशगूल दिखे. सावन […]
रक्षा बंधन को लेकर बाजारों में चहल-पहल
गिफ्ट की दुकानों में भी भीड़ दिखी
बिहारशरीफ : भाई -बहन के प्रेम व विश्वास का प्रतीक रक्षाबंधन का पर्व सोमवार को पारंपरिक तरीके से मनाया जायेगा. पर्व को लेकर बाजारों की रौनक बढ़ी हुई हैं. लोग मिठाई, राखी व गिफ्ट खरीदने में रविवार को मशगूल दिखे.
सावन मास की पूर्णिमा के दिन बहनें अपने भाइयों की कलाई पर रक्षासूत्र बांधकर उनकी लंबी उम्र की कामना करती हैं. रक्षाबंधन को देखते हुए बहनें अपने भाइयों के घर आ चुकी हैं और कुछ भाई परिस्थितियों को देखते हुए बहना के घर चले गये हैं. बहना जहां अपने भाइयों के लिए अच्छी राखी खरीदने में व्यस्त दिखीं, वहीं भाई अपनी बहन के लिए कोई अच्छा सा गिफ्ट खरीदने में मशगूल दिखे. रक्षाबंधन को लेकर राखी दुकान, मिठाई दुकान व गिफ्ट की दुकानों में अच्छी खासी चहल-पहल दिखी.
भाई की कलाई पर राखी बांधने को सिर्फ ढाई घंटे :
भाई -बहन के प्रेम के प्रतीक रक्षाबंधन त्योहार मनाने के लिए इस बार सिर्फ ढाई घंटे का समय मिलेगा. सावन पूर्णिमा 07 अगस्त को ही चंद्रगहण पड़ रहा है साथ ही भद्रा नक्षत्र पड़ रहा है. इस दौरान कोई भी शुभ कार्य करना अच्छा नहीं माना जाता है. ज्योतिषार्य के अनुसार सोमवार की सुबह 11.04 बजे तक भद्रा नक्षत्र है. इसके बाद अपराहृन 01.47 से चंद्रग्रहण का सूतक लग जायेगा. सुबह 11.07 बजे से लेकर दोपहर बाद 01.45 बजे तक अर्थात ढाई घंटे तक ही राखी बांधने का शुभ मुहूर्त है.
रक्षा बंधन को ले बहना सजायेंगी थाली :
पंडित श्रीकांत शर्मा बताते है कि भाई की कलाई पर राखी बांधने के पूर्व बहनों द्वारा थाली सजायी जाती है. इस थाली में भाई को बांधने के लिए राखी, तिलक के लिए चंदन या रोड़ी व अक्षत, नारियल, मिठाई, सिर पर रखने के लिए छोटा रूमाल या टोपी, आरती उतारने के लिए दीपक रखा होता है.
रक्षाबंधन में क्या करें भाई-बहन
सुबह उठकर स्नान-ध्यान कर शुद्ध वस्त्र धारण करें
घर को साफ करके चावल के आटे का चौक पूर कर मिट्टी का छोटा घड़ा स्थापित करें
चावल, कच्चे सूत का कपड़ा, सरसों,रोली को एक साथ मिलाएं,पूजा की थाली में दीप जलायें और थाली में मिठाई रखें
भाई को पीढ़े पर बैठाएं, भाई को पूरब की ओर मुंह करके बैठाना चाहिए. बहन का मुंह पिम दिशा की ओर होना चाहिए.
भाई के माथे पर टीका लगाकर दाहिने हाथ पर रक्षा सूत्र बांधे.
रक्षा सूत्र बांधते समय : ‘येन बद्धी बलिराजा, दान वेन्द्रों महाबल : तेनत्वाम प्रति बद्धनामि रक्षे, माचल-माचल’मंत्र का जाप करें.रक्षा सूत्र बांधने के बाद भाई की आरती उतारें और फिर मिठाई खिलायें.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement