आयोजन. राजगीर में प्रशिक्षण शिविर के पहले दिन पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने किया संबोधित
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नमो जैसा कोई दूसरा नेतृत्वकर्ता नहीं : उपेंद्र
आयोजन. राजगीर में प्रशिक्षण शिविर के पहले दिन पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने किया संबोधित राजगीर के अंतरराष्ट्रीय कन्वेंशन हॉल में बुधवार को राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर को उद्घाटन हुआ. देश भर के दस प्रदेशों के रालोसपा कार्यकर्ता मौजूद थे. प्रशिक्षण शिविर का उद्घाटन करते हुए पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष […]
राजगीर के अंतरराष्ट्रीय कन्वेंशन हॉल में बुधवार को राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर को उद्घाटन हुआ. देश भर के दस प्रदेशों के रालोसपा कार्यकर्ता मौजूद थे. प्रशिक्षण शिविर का उद्घाटन करते हुए पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व केंद्रीय मानव संसाधन राज्य मंत्री मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि यह प्रशिक्षण शिविर तीन दिनों तक चलेगा.
बिहारशरीफ : राजगीर के अंतरराष्ट्रीय कन्वेंशन हॉल में तीन दिनों तक पार्टी के विचार, सिद्धांत व नीतियों पर मंथन होगा. कुछ विद्वान लोग कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण देंगे. सोशल जस्टिस, सेकुलरिज्म पर चर्चा होगी. पार्टी के तीन वर्षों की उपलब्धियों पर भी मंथन होगा. आज सोशल मीडिया का उपयोग तेजी से बढ़ रहा है. कार्यकर्ता सोशल मीडिया का अधिक से अधिक उपयोग कैसे करें. इसकी भी जानकारी दी जायेगी. डिजिटल कैश लेस का उपयोग ज्यादा से ज्यादा कैसे करें. इस पर भी चर्चा होगी.
पार्टी की नीतियों को एक दृष्टि पत्र जारी कर उसमें बताया गया है. सभी कार्यकर्ताओं को भी अपनी बात रखने का मौका दिया जायेगा. सभी से विचार विमर्श के बाद पार्टी के आगे की नीतियों का प्रारूप तैयार किया जायेगा. मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने कार्यकर्ताओं से कहा कि आप इसे लोकसभा के चुनाव की तैयारी भी कह सकते हैं. इसमें कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी. उस दृष्टि से हमें तैयार होना है. सूबे की आज की स्थिति का उल्लेख करते हुए कहा कि आज बिहार समस्याओं से घिरा है. लोगों के बीच हम कैसे जयें, किन कार्यक्रमों को साथ लेकर जाये, यहां यह भी तय होगा. कई विद्वान अपने विचार रखेंगे. अलग-अलग सत्रों में व्याख्यान होगा. उन्होंने कहा कि पार्टी बनने के बाद इसी तरह का शिविर इसी हॉल में आयोजित हुआ था. यहां दूसरी बार हमलोग उपस्थित हैं. इतने दिनों में हम बहुत उतार-चढ़ाव देख चुके हैं. इतने दिनों के दौरान आज कोई धन्यवाद के पात्र है तो हमारे कार्यकर्ता हैं. स्थापना के समय हमारी पार्टी किसानों, युवाओं, गरीबों की पार्टी थी. समय-समय पर अपने भाषणों के माध्यम से हमने जो नीतियां बनायी हैं, उसे व्यवहार में भी उतारने का हमने प्रयास किया है. पूर्व के लोकसभा चुनाव के समय पार्टी को जब उम्मीदवार तय करना था, तो बड़े-बड़े लोग हमारे पास आये. उन्होंने मुझ पर सारे अस्त्र-शस्त्र का उपयोग करने की कोशिश की. हमने कहा कि इसका प्रभाव उपेंद्र कुशवाहा पर नहीं पड़ने वाला है.
हमें आत्म विश्लेषण करना है:
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कुछ लोग इन चीजों को दूसरी नजर से देखते हैं. मीडिया की प्रशंसा करते हुए उपेंद्र कुशवाहा ने मीडिया कर्मियों को बधाई दी. उन्होंने कहा कि हमलोग आत्म विश्लेषण के लिए बैठे हैं. तीन दिनों तक गंभीर विचार विमर्श होगा. उन्होंने मीडिया कर्मियों से प्रार्थना की मैं भगवान नहीं बनूंगा. मैं एक आम आदमी हूं और हमें आदमी की तरह ही परोसिए. शैतान के रूप में यह परोसिए .चीजों को जरा नजदीक से देखिए. समाज अच्छा बने, इसके लिए अच्छा देखना भी पड़ेगा.
देश स्तर पर नमो के जैसा कोई नेतृत्वकर्ता नहीं: उन्होंने कहा कि पार्टी को अभी बहुत कुछ करना है. हमारा सौभाग्य है कि पीएम मोदी के नेतृत्व में हमें काम करने का मौका मिला है. अपने काम के आधार पर हम दावे के साथ कह सकते हैं कि देश स्तर पर नरेंद्र मोदी के अलावा कोई नेतृत्वकर्ता नहीं है. हमें समाज के अंतिम व्यक्ति तक विकास पहुंचाना है. शरीर का एक अंग कमजोर होने पर जिस प्रकार पूरा शरीर काम नहीं करता हूं, उसी प्रकार एनडीए के सभी दलों को बेहतर प्रदर्शन करना होगा. आज लोगों की दृष्टि हम पर लगी है. आज सब जगह पार्टी की उपस्थिति होनी चाहिए. समाज के सभी क्षेत्रों में पार्टी की भागीदारी जरूरी है. उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि आज भारत सरकार की नौकरियों मं बीपी सिंह की आरक्षण व्यवस्था ही लागू है. ओबीसी का आरक्षण नहीं बढ़ पा रहा है.
न्यायपालिका, व्यवस्थापिका, भारतीय प्रशासनिक सेवा सभी में आरक्षण बढ़ाया जाना जरूरी है. प्राइवेट सेक्टर में नौकरियों की संख्या आज बढ़ रही है. सरकारी नौकरी की तरह प्राइवेट सेक्टर में आरक्षण लागू होना चाहिए. मीडिया में भी आरक्षण जरूरी है, वंचित समाज की हिस्सेदारी हो. क्रीमिलेयर की बात आती है. उन्होंने प्रेमचंद की कहानी का उल्लेख करते हुए कहा कि बिगाड़ के डर से ईमान की बात न कहें, ऐसा तो नहीं हो सकता है. आज प्रधानमंत्री की सबसे बड़ी ताकत रालोसपा ही है.
हमने पार्टी को अलग दिखाने की कोशिश की
उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि हमने अपनी पार्टी को दूसरी पार्टी से अलग दिखाने की कोशिश की. कुछ लोग बाहर से आये और टिकट खरीदने की कोशिश की. उस वक्त टिकट का मतलब लोकसभा में जाने का सिंबल था. आज राम कुमार शर्मा यहां मौजूद है. फिर विधानसभा चुनाव का समय आया, तो एक बार फिर से तरह-तरह की अटकलें लगने लगी. हमने तय किया कि जो कमायेगा, वहीं खाएगा. कार्यकर्ताओं को आगे बढ़ाने का प्रयास किया. इस कार्य में हमारे सहयोगियों ने साथ दिया. हम अपने कार्यकर्ता का दिल से धन्यवाद देते हैं. उन्होंने कहा कि पार्टी में कई लोग हैं, जिनकी चर्चा करना संभव नहीं है. लेकिन पार्टी से बाहर एक व्यक्ति हैं. जिनका उल्लेख करना जरूरी है. वह व्यक्ति देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं. उनके सहयोग और मेहनत से हमारी पार्टी केंद्र की सत्ता में पहुंच गयी. उपेंद्र कुशवाहा ने जरूर कोई पुण्य का काम किया होगा, जो नरेंद्र के सहयोग से केंद्र की सत्ता तक पहुंच गये.
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