पटना. दो वर्षों से ठप बिहार की शैक्षणिक गतिविधियां एक बार फिर से पटरी पर लौट आयी हैं. कोरोना काल के खत्म होने के बाद नालंदा ओपन विश्वविद्यालय ने इस वर्ष 42 नये स्टडी सेंटर की शुरुआत की है. इन सेंटरों के माध्यम से संस्थान में अब तक 21 हजार से अधिक छात्रों ने दाखिला लिया है.
विवि का रिपोर्ट कार्ड पेश करते हुए नालंदा खुला विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. केसी सिन्हा एवं कुलसचिव डा. घनश्याम राय ने विवि की कई उपलब्धियां गिनाई. उन्होंने बताया गया कि सेशन 2021-22 में अब तक यहां 21 हजार नामांकन हो चुका है. अभी लगभग तीन हजार छात्र-छात्राओं का वैलीडेशन होना बाकी है. कुलसचिव डा. घनश्याम राय ने बताया कि कोरोना महामारी के कारण बीते दो सालों से शैक्षणिक गतिविधियां रुकी हुई थी.
कुल सचिव ने बताया कि अब धीरे-धीरे व्यवस्था पटरी पर लौट रही है. काफी संख्या में नये अध्ययन सेंटर खोले गये है. अब तक 42 नये अध्ययन केंद्र स्थापित हो चुके है. विवि मुख्यालय, अध्ययन केन्द्रों पर संगोष्ठी, परिचर्चा, जागरूकता कार्यक्रम लगातार आयोजित किए जा रहे है. कुलपति प्रो. केसी सिन्हा ने बताया कि पहली बार सकल नामांकन अनुपात बढ़ाने के लिए संबद्ध डिग्री कॉलेजों में अध्ययन केंद्र स्थापित करने का निर्णय लिया गया.
बिहार के सुदूर पिछड़ा क्षेत्रों में 12 संबद्ध डिग्री महाविद्यालयों में अध्ययन केन्द्र स्थापित किये गये. प्रतिकुलपति प्रो संजय कुमार के निर्देशन में नैक मूल्यांकन को लेकर कवायद की जा रही है. विवि को नैक ग्रेडिंग के आधार पर ही सरकार से अनुदान मिलता है.