मुजफ्फरपुर के ट्रैफिक सिग्नल सिर्फ चालान काटने के लिए, लेफ्ट टर्न फ्री होने के बावजूद चौराहों पर जाम
गौरव, मुजफ्फरपुर
स्मार्ट सिटी का सपना देख रहे मुजफ्फरपुर शहर के चौक-चौराहों पर लगे ट्रैफिक सिग्नल अपनी उपयोगिता खोते जा रहे हैं. शहर के ट्रैफिक नियमों के अनुसार, सभी सिग्नल पर लेफ्ट कट (बायां मोड़) फ्री होता है, लेकिन जमीन पर हकीकत कुछ और ही है. चौक-चौराहों पर दुकानदारों का अतिक्रमण और ऑटो चालकों का अवैध जमावड़ा इस फ्री लेफ्ट टर्न को पूरी तरह से बाधित कर देता है, जिससे ट्रैफिक जाम की समस्या बनी रहती है.चौराहों की बदहाली और अधिकारियों की अनदेखी
शहर के प्रमुख चौक जैसे अघोरिया बाजार, कलमबाग चौक, हरिसभा चौक, इमली-चट्टी चौराहा और माड़ीपुर रोड का तिराहा इसकी जीती-जागती मिसाल हैं. इन जगहों पर अक्सर जाम लगा रहता है, और वाहनों को सिग्नल क्रॉस करने के लिए दो से तीन बार हरी बत्ती का इंतजार करना पड़ता है. ट्रैफिक पुलिसकर्मी भी इस अवैध अतिक्रमण और ऑटो के जमावड़े को नजरअंदाज करते हैं. ट्रैफिक सिग्नल पर लगे कैमरे भी केवल बाइक और कार का चालान काटते हैं, लेकिन अतिक्रमण करने वाले दुकानदारों या अवैध रूप से खड़े ऑटो चालकों पर कोई कार्रवाई नहीं होती.ट्रैफिक सिग्नल का मकसद हुआ गायब
शहरी यातायात को सुगम बनाने के लिए लगाए गए ये ट्रैफिक सिग्नल अब सिर्फ हेलमेट और सीट बेल्ट का चालान काटने तक ही सीमित रह गए हैं. पैदल चलने वालों के लिए बनाए गए पेवर ब्लॉक और फुटपाथ भी दुकानदारों के सामान और ऑटो के अवैध पड़ाव से पूरी तरह से ब्लॉक रहते हैं. कई वाहन चालक फ्री लेफ्ट टर्न का उपयोग करने से भी डरते हैं क्योंकि जगह की कमी और अराजक ट्रैफिक के कारण अक्सर दुर्घटनाओं का खतरा बना रहता है.ऑटो संघ का सुझाव
ऑटो चालकों का कहना है कि उन्हें 50 फीट की दूरी पर सड़क किनारे ऑटो खड़ा करने को कहा गया था, लेकिन ऑटो स्टॉपेज के बोर्ड हटा दिये गये हैं, और जहां बोर्ड लगे हैं, वहां दुकानदार खड़ा नहीं होने देते. ऑटो संघ के महासचिव, मो. इलियास इलु ने नगर आयुक्त, डीटीओ और ट्रैफिक डीएसपी से संयुक्त रूप से इस समस्या का समाधान निकालने की अपील की है. उनका कहना है कि अगर ऑटो पड़ाव के लिए उचित जगह मुहैया कराई जाए, तो किसी को कोई दिक्कत नहीं होगी.करने हाेंगे ये उपाय
नगर निगम की अतिक्रमण हटाओ टीम को खानापूर्ति के बजाय सख्त कार्रवाई करनी चाहिए.ट्रैफिक पुलिस, नगर निगम और स्मार्ट सिटी टीम को मिलकर एक इंटिग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट प्लान बनाना चाहिए.
ऑटो चालकों के लिए शहर में उचित स्थानों पर अधिकृत स्टैंड बनाए जाने चाहिए, ताकि वे सड़क किनारे अवैध रूप से गाड़ी न खड़ी करें.वाहन चालकों को फ्री लेफ्ट टर्न का सही उपयोग करने के लिए जागरूक किया जाना चाहिए.
ट्रैफिक कैमरों से अतिक्रमण और अवैध पार्किंग का भी चालान काटने की व्यवस्था शुरू की जाए.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

