लीची की खेती, प्रसंस्करण एवं विपणन पर दिया गया प्रशिक्षण मुशहरी़ राष्ट्रीय लीची अनुसंधान केंद्र, मुशहरी व आत्मा समस्तीपुर के सहयोग से सितंबर तक लीची फसल की खेती, प्रसंस्करण एवं विपणन विषय पर पांच दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया. कार्यक्रम का उद्देश्य किसानों को लीची उत्पादन से लेकर उसके प्रसंस्करण और विपणन तक की जानकारी देना था. इस दौरान प्रतिभागियों को लीची बागों में पोषक तत्व प्रबंधन के उन्नत तकनीकों, मृदा परीक्षण, संतुलित उर्वरक उपयोग, जैविक और अकार्बनिक उर्वरकों के समन्वित प्रयोग एवं सूक्ष्म पोषक तत्वों की भूमिका से संबंधित व्यावहारिक एवं सैद्धांतिक जानकारी दी गयी. कार्यक्रम में समस्तीपुर जिले के विभिन्न प्रखंडों के 30 प्रतिभागियों ने भाग लिया, जिनमें प्रगतिशील किसान, प्रखंड तकनीकी प्रबंधक एवं सहायक तकनीकी प्रबंधक शामिल थे. प्रतिभागियों में रामशंकर कुमार (शिवाजीनगर), राजेश कुमार, मो. जाहिद हुसैन (ताजपुर), नीतीश कुमार (समस्तीपुर), सुन्देश्वर पासवान, प्रदीप कुमार (रोसड़ा), राजा कुमार (मोहनपुर), सचिन कुमार साहु, जय शंकर साहु (सिंघिया), राम मनोहर ठाकुर (वारिसनगर), अमन कुमार, विजय कुमार (ताजपुर), दीपक कुमार (विभूतिपुर), चन्द्रशेखर राय (शाहपुर), अनिल कुमार (समस्तीपुर), श्याम कुमार सिंह (खानपुर), पवन कुमार (सरायरंजन), प्रदीप कुमार (उजियारपुर), रमेश कुमार, सोनू साह (पूसा), संतोष कुमार, प्रिंस प्रभाकर (विभूतिपुर), दिनेश कुमार सिंह, दिलीप कुमार (रोसड़ा), हरेराम राय, धर्मेन्द्र कुमार (बिथना), शशि रंजन, सत्यप्रकाश सिंह (प्रखंड तकनीकी प्रबंधक), एवं श्री धर्मदेव भारती (सहायक तकनीकी प्रबंधक). कार्यक्रम समन्वयक केंद्र के वैज्ञानिक डॉ. अंकित कुमार थे. समापन समारोह में डॉ. प्रभात कुमार, डॉ. इपसीता साम्ल, डॉ. भाग्या विजयन, वरिष्ठ तकनीकी अधिकारी डॉ. अशोक धाकड़, परियोजना सहायक श्याम पंडित, सज्जन कुमार व अखंड प्रताप पांडेय उपस्थित रहे.
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