प्रतिनिधि, सरैया थाना क्षेत्र के सीऊरी गोपीनाथपुर गांव में भतीजा विकास सहनी की पांच दिन पहले चाकू मारकर हुई हत्या के बाद बुधवार की सुबह उसके चाचा रघुनाथ सहनी (56) की भी संदेहास्पद स्थिति में मौत हो गयी. रघुनाथ सहनी का शव घर से 200 मीटर की दूरी पर एक बरगद के पेड़ से रस्सी के फंदे लटका मिला. शव का जीभ बाहर निकला हुआ था और जमीन पर कमर से नीचे का भाग सटा (बैठा हुआ) था. परिजनों ने दूसरी जगह हत्या कर शव को आत्महत्या का रूप देने आ आरोप लगाया. परिजनों ने बताया कि उसकी (मृतक) पत्नी की तीन वर्ष पहले मौत हो चुकी है. वहीं तीन पुत्र जीवन-यापन के लिए दूसरे प्रदेश में रहते हैं. घर पर रघुनाथ सहनी और उसकी पुत्री (12) रहते थे. मंगलवार की शाम लगभग 6.30 बजे पुत्री के कहने पर पिता ने कुछ भोजन सामग्री देकर फिर कहीं से आने की बात कहकर चला गया. लेकिन देर रात तक नहीं आया. इसी बीच बुधवार की सुबह बरगद के पेड़ से शव लटके होने की सूचना पर लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा. वहीं एसडीपीओ सरैया कुमार चंदन, प्रशिक्षु आइपीएस सह थानाध्यक्ष गरिमा सहित अन्य अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे और छानबीन की. वहीं एफएसएल की टीम भी घटनास्थल से नमूना संग्रह किया. इसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए एसकेएमसीएच भेज दिया गया. थानाध्यक्ष ने बताया कि पोस्टमार्टम तथा एफएसएल की रिपोर्ट आने के बाद ही हत्या के कारणों का पता चल पायेगा. परिजनों के आवेदन के आधार पर कार्रवाई की जायेगी़
भतीजा की पांच दिन पहले चाकू मार हत्या कर दी गयी थी
मालूम हो कि 13 फरवरी को रघुनाथ सहनी के भतीजा विकास सहनी को गांव के ही पंकज सहनी ने आपसी रंजिश में चाकू मार हत्या कर दी थी. मामले में पंकज व उसके पिता को पुलिस गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है. वहीं 13 फरवरी की सुबह गांव स्थित एक ताड़ी की दुकान पर कच्ची शराब पीने के क्रम में विकास और पंकज में विवाद हुआ था. विवाद के समय रघुनाथ सहनी भी वहां मौजूद थे. ग्रामीण ताड़ी दुकान पर हुई घटना को ही मुख्य कारण बता रहे हैं.
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