मुख्य संवाददाता, मुजफ्फरपुर
संभावित बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए आपदा प्रबंधन विभाग ने एक विस्तृत मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) जारी की है. इस एसओपी में बाढ़ पूर्व तैयारी, बाढ़ के दौरान किए जाने वाले कार्य और बाढ़ के बाद राहत एवं पुनर्वास कार्यों को लेकर स्पष्ट दिशा-निर्देश दिए गए हैं.आपदा प्रबंधन विभाग के अनुसार, एसओपी का उद्देश्य विभिन्न विभागों, जिला प्रशासन के बीच बेहतर समन्वय स्थापित करना है. ताकि बाढ़ से होने वाले नुकसान को कम किया जा सके और प्रभावित लोगों को त्वरित सहायता पहुंचाई जा सके. आपदा प्रबंधन विभाग ने सभी संबंधित अधिकारियों को एसओपी में दिए गए निर्देशों का कड़ाई से पालन करने का आदेश दिया है. ताकि बाढ़ की स्थिति में जान-माल की हानि को कम से कम किया जा सके.एसओपी की मुख्य बातें
संभावित बाढ़ क्षेत्रों की पहचान और संवेदनशील आबादी का चिह्नांकनसंचार और चेतावनी प्रणाली को दुरुस्त करना
राहत सामग्री, नावों और अन्य आवश्यक उपकरणों की व्यवस्था सुनिश्चित करनासुरक्षित स्थानों की पहचान और निकासी योजनाओं का निर्माण
जन जागरूकता अभियान चलाकर लोगों को बाढ़ से बचाव के उपायों की जानकारी देनाबाढ़ के दौरान
प्रभावित क्षेत्रों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचानाराहत शिविरों का संचालन और भोजन, पानी, चिकित्सा सहायता उपलब्ध कराना
कानून और व्यवस्था बनाए रखनाफंसे हुए लोगों को निकालने के लिए बचाव दलों का सक्रिय रहना
संचार माध्यमों के जरिए लोगों को स्थिति की जानकारी देते रहनाबाढ़ के बाद:
प्रभावित क्षेत्रों का आकलन और नुकसान का जायजा लेनातत्काल राहत सामग्री का वितरण
स्वास्थ्य और स्वच्छता बनाए रखने के लिए उपाय करनाआश्रय और पुनर्वास की व्यवस्था करना
आधारभूत संरचनाओं की मरम्मत और पुनर्निर्माण कार्य शुरू करनाडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है