::: कबाड़ से मोतीझील ब्रिज एवं मधौल में बन चुका है पीपल के पेड़ एवं लीची का आइकोनिक स्ट्रक्चर
::: अनुपयोगी सामानों की सूची बना निगम करेगा नीलाम, बनी समिति
वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर
मुजफ्फरपुर नगर निगम अब अपने कबाड़ से भी कमाई करने की तैयारी में है. हाल ही में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर लीची के लिए प्रसिद्ध मुजफ्फरपुर की पहचान को दर्शाने के लिए कबाड़ से मुजफ्फरपुर-पटना फोरलेन पर मधौल में लीची का आइकोनिक स्ट्रक्चर बनाया गया है. मोतीझील ब्रिज के ऊपर बाबा गरीबनाथ मंदिर की स्थापना की याद दिलाते हुए पीपल के पेड़ का आइकोनिक स्ट्रक्चर भी बना है. अब निगम कार्यालय परिसर में जमा हो चुकी अनुपयोगी संचिकाओं, पंजियों और अन्य बेकार पड़ी सामग्रियों की जल्द ही नीलामी की जायेगी. नगर आयुक्त विक्रम विरकर ने इस संबंध में एक आदेश जारी किया है. सभी शाखा प्रभारियों को निर्देश दिया गया है कि वे अपने-अपने शाखाओं में पड़े पुराने और अनुपयोगी सामानों की सूची तीन दिनों के भीतर प्रधान सहायक, सामान्य शाखा के पास जमा करें. इस प्रक्रिया को पूरा करने और नीलामी की कार्यवाही को आगे बढ़ाने के लिए एक विशेष समिति का गठन भी किया गया है. इस समिति में सहायक अभियंता आर्यन झा को अध्यक्ष बनाया गया है. इनके अलावा, नगर प्रबंधक, सहायक ठोस अपशिष्ट प्रबंधन पदाधिकारी गौरव नारायण, प्रधान सहायक सुनील कुमार सिन्हा और प्रधान सहायक मो नूर आलम को सदस्य के रूप में शामिल किया गया है. इस पहल से न केवल कार्यालय परिसर में जगह खाली होगी, बल्कि अनुपयोगी सामानों से निगम के खजाने में कुछ राशि भी जमा होगी. यह आदेश नगर आयुक्त द्वारा जारी किया गया है और इसका पालन सुनिश्चित करने के लिए सभी शाखा प्रभारी, लेखपाल, प्रधान सहायक, नगर प्रबंधक और गठित समिति के सदस्यों को भेजा गया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

