मीनापुर : राष्ट्र निर्माण में शिक्षकों का योगदान महत्वपूर्ण है़ क्योंकि शिक्षक कभी सेवानिवृत्त नहीं होते, बल्कि सेवानिवृत्ति के बाद अपने दायित्व को फिर से नये रूप में शुरू करते हैं. उक्त बातें परिवर्तनकारी प्रारंभिक शिक्षक संघ के प्रमंडलीय संगठन प्रभारी लखन लाल निषाद ने उत्क्रमित मध्य विद्यालय खरहर के सेवानिवृत्त शिक्षक राजवेन्द्र झा के विदाई सह सम्मान समारोह में कहीं. इस अवसर पर प्रधानाध्यापक राजवेन्द्र झा ने कहा कि परिस्थिति चाहे जो भी हो, शिक्षक को निष्ठापूर्वक अपने दायित्व को निर्वह्न करना चाहिए. विद्यालय के विकास के लिए मैंने 95 प्रतिशत सफलता पायी. आज के नौनिहाल कल के भारत के भविष्य हैं. 30 वर्षों से ज्यादा शिक्षक के पेशे में रहकर हमेशा विद्यालय परिवार की बेहतरी के लिए काम किया. समारोह की अध्यक्षता डाॅ. श्याम बाबू प्रसाद ने की. वहीं, संचालन शमशाद अहमद साहिल ने किया. मौके पर अभय कुमार सिंह, योगेन्द्र बैठा, कमल किशोर सिंह, नीलमणि कुमार, अनिल झा, सुधीर झा, सुनील कुमार, अरविंद कुमार, सदय कांत आलोक, अशोक चौधरी, अनिल गुप्ता, अंजनी झा, सुधीर सिंह, मुन्ना यादव, राकेश कुमार, लक्ष्मी नारायण, आशुतोष पाण्डेय, शिखा प्रियदर्शी, रंजना पटेल, चंदा कुमारी, नवनीत कुमार, रवि प्रकाश, लक्ष्मण चौधरी, पृथ्वी चौधरी, मो आजाद, अमित चौरसिया, शशि रंजन राम, सुमन कुमार, रंजीत भारती आदि मौजूद थे.
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