श्रीश्री 108 शतचंडी महायज्ञ सह राम कथा महोत्सव का छठा दिन कांटी. रेपुरा चक बरकुरबा ब्रह्मस्थान पर चल रहे श्रीश्री 108 शतचंडी महायज्ञ सह राम कथा महोत्सव के छठे दिन शुक्रवार को कथावाचक मनीष माधव जी महाराज ने भगवान राम के विवाह लीला का दर्शन कराया. यज्ञ समिति के संरक्षक संजय ठाकुर, अध्यक्ष रामचंद्र चौधरी, सचिव महंत मृत्युंजय दास, उपाध्यक्ष सह जदयू जिला महासचिव चंदन ठाकुर ने बताया कि प्रातः काल में यज्ञाचार्य पंडित ऋषिकेश उपाध्याय ने मुख्य यजमान कमलेश चौधरी, शैलेश कुमार सिंह व गोपाल ठाकुर के द्वारा कथावाचक मनीष माधव ने श्रोताओं से कहा कि भगवान श्री राम और माता सीता जी का चरित्र भारतीय सभ्यता संस्कृति का आदर्श उदाहरण है. प्रभु श्रीराम गुरु विश्वामित्र के साथ जनकपुर के जनक निवास पहुंचे हैं. भगवान कृपा निधान की छवि देखकर विदेह राजा जनक को परम आनंद हुआ है. फुलवारी घूमने के क्रम में सखियां सब भगवान के रूप को देखकर मोहित हो गयी है. जनकपुर की शोभा बड़ी ही निराली है. स्वयं जगत जननी राजा जनक के घर सरस्वती लक्ष्मी जगदंबा बनकर आई है. जनकपुर की नर नारियां भगवान सीताराम की मंगल विवाह लीला को देख प्रसन्न हो रहे हैं. विदेह राजा जनक और माता सुनैना अति प्रसन्न है. जनकपुर के नर, नारी, बालक, वृद्ध सीताराम जी का विवाह देखकर अति प्रसन्न है. सभी देवता ऋषि भगवान की विवाह लीला को देख अपने को धन्य मान रहे हैं. राजा जनक और चक्रवर्ती राजा दशरथ जी परस्पर मिलकर बहुत प्रसन्न हो रहे हैं. सदानंद जी और विश्वामित्र मुनि वशिष्ठ जी और जितने भी अवधपुर से जो बाराती आये हैं, वे बड़े ही प्रसन्न हो रहे हैं. सब भगवान के विवाह उत्सव में आनंद मग्न है. मौके पर प्रमुख कृपाशंकर शाही, उप प्रमुख अनामिका चौधरी, मुखिया नवीन कुमार उर्फ शशि ठाकुर, मुकुंद कुमार, चुन्नू चौधरी, मंजीत झा सहित कृष्णनंदन ठाकुर, सच्चिदानंद ठाकुर, अमीय भूषण, विद्यानंद चौधरी, सतीश ठाकुर, कुंजन कुमार, राजकुमार राम, सुनील राम, अभिषेक कुमार सैकड़ों श्रद्धालु मौजूद थे.
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