वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर
मुजफ्फरपुर जंक्शन पर मरीजों को अस्पताल भेजने के लिए एंबुलेंस सेवा का टेंडर समाप्त हो गया है. ऐसे में अब मरीजों को ऑटो या निजी गाड़ी का सहारा लेकर अस्पताल भेजना पड़ रहा है. मंगलवार को बाघ एक्सप्रेस में यात्री को हर्ट अटैक आने पर अस्पताल भेजने के लिए एंबुलेंस की खोज होने लगी. लेकिन सर्कुलेटिंग एरिया में एंबुलेंस नहीं लगा था. इसके बाद मामला सामने आया कि एंबुलेंस का टेंडर समाप्त हाे चुका है. इसके बाद आरपीएफ की टीम ऑटो कर मरीज को सदर अस्पताल लेकर पहुंची. हालांकि यह चौंकाने वाली स्थिति है. टेंडर का समय पर नवीनीकरण न होने से कई सवाल उठ गया है. इसके साथ ही एंबुलेंस नहीं मिलने पर कई बार गंभीर मरीजों की हालत और बिगड़ सकती है. जबकि दस दिन पहले तक सर्कुलेटिंग एरिया में एंबुलेंस की व्यवस्था थी.जंक्शन पर पार्सल हेड व कर्मियों से हुई पूछताछ
मुजफ्फरपुर.
जंक्शन पर 280 बोतल शराब के मामले में अभी तक कोई नतीजा पर जीआरपी या आरपीएफ नहीं पहुंच सकी है. मंगलवार को जीआरपी थानाध्यक्ष रंजीत कुमार ने जंक्शन पर पार्सल हेड व कर्मियों से पूछताछ कर जानकारी ली. संदेह के आधार पर मामले में अनुसंधान जा रही है. इसके साथ ही जीआरपी थानाध्यक्ष ने स्टेशन डायरेक्टर को इस संदर्भ में पत्र लिखा है. जिसमें बताया गया है कि जंक्शन पर लगे सीसीटीवी का रिकॉर्ड महज छह घंटे का है. जिसके कारण घटना का अनुसंधान करने में काफी परेशान हो रही है. ऐसे में सीसीटीवी कैमरा को ठीक कराने का अनुरोध किया है. ताकि फुटेज रिकॉर्डिंग डेटा कम से कम एक माह तक का देखा जा सके.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है