वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर
बीआरए बिहार विश्वविद्यालय में सीनेट की बैठक 12 अप्रैल काे सुबह 11 बजे से सेंट्रल लाइब्रेरी स्थित सीनेट हाल में हाेगी. इसके लिए तैयार एजेंडे पर साेमवार काे सिंडिकेट सदस्याें की मंजूरी मिल गयी है. कुलपति प्राे. दिनेश चंद्र राय की अध्यक्षता में सिंडिकेट की बैठक नये गेस्ट हाउस में हुई. इसमें सीनेट के लिए तैयार एजेंडे पर चर्चा हुई. काॅलेजाें के संबंधन के प्रस्ताव पर निर्णय के लिए सिंडिकेट सदस्याें ने कुलपति काे अधिकृत कर दिया है. एफिलिएशन कमेटी और एकेडमिक काउंसिल के साथ ही सिंडिकेट से पहले ही संबंधन प्रस्ताव काे सशर्त मंजूरी मिल गयी है. सिंडिकेट की दूसरी बैठक में भी इस पर चर्चा हुई, जिसके बाद सदस्याें ने अंतिम निर्णय के लिए कुलपति काे अधिकृत कर दिया.बता दें कि कि एफिलिएशन कमेटी ने 36 काॅलेजाें काे स्वीकृति दी थी, जिसमें इंस्पेक्शन शुल्क विलंब से जमा करने के कारण प्रस्ताव स्वीकृत करने काे लेकर सहमति नहीं बन सकी थी. बैठक में कुलसचिव प्राे. संजय कुमार, कुलानुशासक प्राे. बीएस राय, डीएसडब्ल्यू प्राे. आलाेक प्रताप सिंह, प्राे. शिवानंद सिंह, प्राे. ओमप्रकाश सिंह, डाॅ. हरेंद्र कुमार आदि उपस्थित थे.
सीनेट की बैठक में बीएचएमएस कोर्स के संशोधित रेगुलेशन- 2022 और इसके पाठ्यक्रम को सत्र 2022-23 से अधिग्रहित करने पर विचार किया जाएगा. इसमें बाद काॅलेजाें के संबंधन सहित नये काेर्स और विभाग शुरू करने का प्रस्ताव स्वीकृति के लिए रखा जाएगा. सिंडिकेट सदस्य डाॅ. हरेंद्र कुमार ने लाॅ काेर्स के नये सिलेबस और ऑर्डिनेंस-रेगुलेशन काे स्वीकृति के लिए एकेडमिक काउंसिल या सिंडिकेट में नहीं लाने पर आपत्ति जतायी. इस पर कुलपति ने संज्ञान लेते हुए संबंधित कर्मचारी काे कार्रवाई की चेतावनी दी. बता दें कि एलएलबी व प्री लाॅ काेर्स के लिए सेमेस्टर सिस्टम के साथ सिलेबस तैयार किया गया है. लेकिन, लापरवाही के कारण एकेडमिक काउंसिल में भी नहीं रखा जा सका.
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