ब्रह्मपुरा के एक होटल में मनाया गया बिहार विभूति का स्मरण दिवस केंद्रीय कोयला व खान मंत्री सतीशचंद्र दूबे ने किया कार्यक्रम का उद्घाटन उपमुख्य संवाददाता, मुजफ्फरपुर ब्रह्मपुरा चौक स्थित निजी होटल सभागार में बिहार विभूति पं. सहदेव झा स्मृति मंच के बैनर तले रविवार को पं. सहदेव झा स्मरण दिवस समारोह का आयोजन किया गया. अध्यक्षता चाणक्य विद्यापति सोसाइटी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पं. विनय पाठक ने की. मंच संचालन अशोक झा व कुंदन शांडिल्य ने किया. उद्घाटन केंद्रीय कोयला व खान मंत्री सतीश चंद्र दूबे ने दीप जला कर और पं. सहदेव झा की तस्वीर पर माल्यार्पण कर किया. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने मुजफ्फरपुर में आयोजित कार्यक्रम में स्वतंत्रता सेनानी पं. सहदेव झा को नमन करते हुए अपना अभिभाषण शुरू किया था. इसके बाद यह गुमनाम नाम देश स्तर पर चर्चित हो गया. यह जिलेवासियों के लिए गर्व की बात है और इसके लिए मैं प्रधानमंत्री का धन्यवाद करता हूं. उन्होंने कहा कि मैं किसी धर्म का विरोधी नहीं हूं, लेकिन अपने धर्म से मोहब्बत करता हूं. आजादी किसी एक व्यक्ति से नहीं मिली, बल्कि सभी क्रांतिकारियों के योगदान को भुलाया नहीं जा सकता. पं. सहदेव झा की मूर्ति किसी सरकारी संस्थान, पार्क या सरकारी कार्यालय परिसर में स्थापित की जानी चाहिये. इसके लिए आयोजन समिति के सदस्य जिलाधिकारी से मिलकर प्रस्ताव दें और स्थानीय विधायक व विधान पार्षद इसे सदन में उठायें. मैं भी इस प्रस्ताव को अपने सदन में रखने का कार्य करूंगा. सहदेव झा की शहादत पर वेब सीरीज भी बननी चाहिए. जिला मुख्यालय के किसी सरकारी स्थल या संस्थान का नाम पं. सहदेव झा के नाम पर रखा जाये. बिहार विश्वविद्यालय की राजनीति विज्ञान विभागाध्यक्ष डॉ. नीलम पांडेय ने कहा कि विश्वविद्यालय में छात्रों को इस विषय पर शोध करने और सेमिनार आयोजित करने की दिशा में कदम उठाये जायेंगे. पूर्व मंत्री सुरेश शर्मा ने कहा कि पं.सहदेव झा की प्रतिमा स्थापित करने की पहल होगी. पूर्व मंत्री कृपानाथ पाठक ने कहा कि सहदेव झा केवल एक समाज के नहीं, बल्कि सर्व समाज के पूजनीय हैं. विषय प्रवेश स्वतंत्रता सेनानी के नाती कौशलेंद्र झा ने कराया और उनके योगदान पर प्रकाश डाला. स्वागत भाषण सहदेव झा के प्रपौत्र ओम प्रकाश झा और तेजनारायण झा ने किया. समारोह में केंद्रीय मंत्री ने सहदेव झा के परिवार को अंगवस्त्र और माला पहनाकर सम्मानित किया गया. इस मोके पर शंभुनाथ चौबे, पं. भूषण झा, पं. अखिलेश नारायण त्रिवेदी, मनमन त्रिवेदी, कुंदन शांडिल्य, संकेत मिश्रा, काशीनाथ झा, परशुराम पाठक, महानगर जदयू अध्यक्ष अनुपम कुमार, श्रीकांत झा, परमानंद झा, शैलेंद्र झा, अभिषेक कुमार झा सहित अन्य ने विचार रखे.
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