उपमुख्य संवाददाता, मुजफ्फरपुर बिहार में सरकार के निर्देशानुसार व वर्तमान चुनावी परिस्थितियों को देखते हुए बिहार ग्रामीण शिक्षण योजना के अंतर्गत शिक्षकों की सीधी भर्ती प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गयी है. इस योजना का उद्देश्य ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित करना व योग्य शिक्षकों की उपलब्धता बढ़ाना है. यह जानकारी उपहार हिमायत ऑल रिलिजन फाउंडेशन के सचिव सह मुख्य कार्यकारी अधिकारी रेहान खान ने दी. उन्होंने कहा कि यह भर्ती प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी और मेरिट आधारित है, जिसे दो चरणों में आयोजित किया जा रहा है. चयन अभ्यर्थियों की शैक्षणिक योग्यता और डेमो क्लास के प्रदर्शन के आधार पर किया जायेगा. उन्होंने बताया कि जिन अभ्यर्थियों के पास बीएड, डीएलएड या समकक्ष उच्च शैक्षणिक योग्यताएं हैं. उन्हें प्राथमिकता दी जाएगी और प्रथम चयन सूची में शामिल किया जायेगा. अन्य योग्य अभ्यर्थियों को द्वितीय चरण में अवसर मिलेगा. सदस्यता प्रमाण-पत्र प्राप्त बिना किसी भी अभ्यर्थी को डेमो क्लास या नियुक्ति समारोह में भाग लेने की अनुमति नहीं दी जायेगी. साथ ही तय तिथि पर अनुपस्थित रहने वाले अभ्यर्थी को स्वेच्छा से नौकरी में अनिच्छुक माना जायेगा. इस क्रम में शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया के तहत पहली चयन सूची 28 सितंबर को संगठन की आधिकारिक वेबसाइट पर प्रकाशित की जायेगी. चयनित अभ्यर्थियों को 10 सितंबर तक सदस्यता प्रमाण पत्र अनिवार्य रूप से प्राप्त करना होगा. क्लास 15 अक्टूबर से प्रारंभ की जायेगी. चयनित शिक्षकों को सितंबर में पटना में आयोजित भव्य समारोह में राज्यपाल नियुक्ति पत्र प्रदान करेंगे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

