वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर
स्नातक और पीजी काेर्स में च्वाॅइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम यानी सीबीसीएस लागू हाे गया है. स्नातक में सत्र 2023-24 से और पीजी में सत्र 2018-20 से ही नया काेर्स संचालित हाे रहा है. इसके रेगुलेशन में इंट्रेंस टेस्ट के आधार पर प्रवेश प्रक्रिया पूरी करने काे कहा गया है, लेकिन इस पर विश्वविद्यालय की ओर से अब तक निर्णय नहीं लिया गया है. विश्वविद्यालय के अधिकारियाें का कहना है कि मेरिट लिस्ट या इंट्रेंस टेस्ट के आधार पर एडमिशन काे लेकर कुलाधिपति काे निर्णय करना है. बता दें कि राज्य के सभी विश्वविद्यालयाें में स्नातक और पीजी का एक समान सिलेबस हाे गया, लेकिन परीक्षा और रिजल्ट का शेड्यूल बेपटरी हाे गया है. देर से प्रवेश प्रक्रिया शुरू की जाती है, और जल्दबाजी में मेरिट के आधार पर नामांकन लिया जाता है. अगले महीने 4 वर्षीय स्नातक काेर्स के तीसरे सत्र की नामांकन प्रक्रिया शुरू हाेनी है. वहीं, बीआरएबीयू में पीजी सत्र 2024-26 के नामांकन की प्रक्रिया चल रही है. तीन मेरिट लिस्ट के बाद 29 अप्रैल तक स्पाॅट एडमिशन के लिए समय दिया गया है. इसी साल सत्र 2025-27 का एडमिशन भी लिया जाना है. दूसरी ओर मेरिट के आधार पर स्नातक और पीजी में एडमिशन से मेधावी छात्राें काे अधिक नुकसान हाे रहा है. छात्राें का कहना है कि यदि किसी कारण से इंटर में कम अंक आ गए, ताे स्नातक में राह मुश्किल हाे जाती है. इसी तरह स्नातक में कम अंक हाे गए, ताे पीजी में नामांकन मुश्किल हाे जाता है.एडमिशन के लिए लागू करना है, एकीकृत व्यवस्था
चार वर्षीय स्नातक काेर्स के रेगुलेशन में इंट्रेंस टेस्ट का माॅड्यूल भी दिया गया है. 13 मई 2023 काे राजभवन से रेगुलेशन जारी हुआ, जिसमें कहा गया था कि वर्तमान सत्र में 12वीं के प्राप्तांक के आधार पर मेरिट तैयार कर एडमिशन लिया जाए. अगले शैक्षणिक सत्र से राज्य के विश्वविद्यालय में एडमिशन के लिए एकीकृत व्यवस्था लागू करने काे कहा गया था. इसमें मेरिट या इंट्रेंस टेस्ट कराना था. इंट्रेंस टेस्ट के लिए 100 अंक के चार सेट में क्वेश्चन पेपर तैयार करने का भी सुझाव दिया गया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है