मुख्य संवाददाता, मुजफ्फरपुर
ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने और किसानों, पशुपालकों व मत्स्यपालकों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक बेहतर पहल हुई है. सीएम नीतीश कुमार ने सोमवार को पटना से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जिला स्तरीय संसाधन एवं प्रशिक्षण केंद्र का ऑनलाइन उद्घाटन किया.इस अवसर पर डीएम सुब्रत कुमार सेन, डीडीसी श्रेष्ठ अनुपम सहित बड़ी संख्या में किसान, पशुपालक और मत्स्यपालक मौजूद थे. सभी ने इस पहल के लिए सरकार का आभार व्यक्त किया. यह प्रशिक्षण केंद्र शहर के भगवानपुर में स्थित है, जहां पशुपालन, मत्स्य और गव्य विभाग के कार्यालय संचालित हैं.प्रशिक्षण से सशक्त होंगे किसान
केंद्र का मुख्य उद्देश्य किसानों को आधुनिक तकनीकों से जोड़ना है. यहां उन्हें नियमित रूप से पशुपालन, मछली पालन, चारे के वैज्ञानिक उपयोग, पशु स्वास्थ्य प्रबंधन और विपणन की रणनीतियों पर प्रशिक्षण दिया जाएगा. एक किसान ने बताया कि यह केंद्र उनके लिए बहुत उपयोगी साबित होगा, क्योंकि इससे वे दूध और मछली उत्पादन में नई तकनीकों का इस्तेमाल कर अपनी आय बढ़ा सकेंगे.महिलाओं और युवाओं के लिए विशेष अवसर
यह केंद्र केवल किसानों तक ही सीमित नहीं रहेगा, बल्कि ग्रामीण महिलाओं और युवाओं को भी रोजगार और उद्यमिता के अवसर प्रदान करेगा. महिला स्वयं सहायता समूहों को दुग्ध उत्पादन, पोल्ट्री और मछली बीज उत्पादन जैसे कार्यों से जोड़ा जाएगा. वहीं, प्रशिक्षित युवाओं को ऋण, अनुदान और बाजार सुविधा जैसी योजनाओं का लाभ मिलेगा, जिससे ग्रामीण पलायन में कमी आएगी और स्थानीय स्तर पर ही रोजगार के अवसर पैदा होंगे.ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मिलेगी गति
डीएम सुब्रत कुमार सेन ने इस केंद्र को ग्रामीण समाज के लिए एक बड़ा तोहफा बताया. उन्होंने कहा कि यह केंद्र किसानों को आत्मनिर्भर बनाने में मदद करेगा, महिलाओं और युवाओं को सशक्त बनाएगा और पूरे उत्तर बिहार की ग्रामीण अर्थव्यवस्था को गति प्रदान करेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

