वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर
स्वच्छ भारत मिशन के तहत कचरा प्रबंधन को लेकर नगर निगम ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है. अब उन प्रतिष्ठानों की पहचान और सत्यापन किया जायेगा जो प्रतिदिन 100 किलोग्राम या उससे अधिक कचरा उत्पन्न करते हैं. इन प्रतिष्ठानों को ””बल्क वेस्ट जनरेटर”” (बीडब्ल्यूजी) के रूप में वर्गीकृत किया गया है. नगर आयुक्त विक्रम विरकर ने सभी वार्ड निरीक्षक, अंचल निरीक्षक और टैक्स इंस्पेक्टर को निर्देश जारी किये हैं कि वे अपने क्षेत्र के होल्डिंग संख्या के आधार पर ऐसे प्रतिष्ठानों की सूची तैयार करें. यह सूची एक सप्ताह के भीतर उपलब्ध करानी होगी. इस पहल का उद्देश्य बड़े पैमाने पर कचरा पैदा करने वाले स्रोतों को ट्रैक करना और उन्हें सही ढंग से प्रबंधित करना सुनिश्चित करना है. इस कदम से शहर की स्वच्छता व्यवस्था में सुधार होने की उम्मीद है. इस श्रेणी में आवासीय परिसर, वाणिज्यिक भवन और औद्योगिक इकाइयां शामिल हैं, और इनके गैर-अनुपालन पर जुर्माना भी लगाया जा सकता है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

