अखिल भारतीय भगवान परशुराम परिषद् ने बैठक कर लिया निर्णय उपमुख्य संवाददाता, मुजफ्फरपुर. सकरा प्रखंड स्थित परशुराम धाम बघनगरी में शनिवार को अखिल भारतीय भगवान परशुराम परिषद की बैठक हुई. बैठक की अध्यक्षता परिषद के संस्थापक अवधेश मिश्रा ने की. मौके पर 30 अप्रैल को भगवान् परशुराम का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाने का निर्माण लिया गया. अवधेश मिश्रा ने कहा कि परशुराम जयंती का सनातन धर्म में विशेष महत्व है. मान्यता है कि भगवान परशुराम, भगवान विष्णु के छठे अवतार हैं और यह भगवान शिव के परम भक्त माने जाते हैं. हिंदू पंचांग के अनुसार, हर साल परशुराम जयंती वैशाख मास के शुक्ल पक्ष के तृतीया तिथि को मनाई जाती है. भगवान परशुराम का जन्म माता रेणुका और ऋषि जमदग्नि के घर प्रदोष काल में हुआ था. उन्हें चिरंजीवी भी माना गया है. इसी दिन अक्षय तृतीया का त्योहार भी मनाया जाता है. डॉ. अनमोल मिश्रा ने कहा कि भगवान परशुराम के जीवन से हम सबों को सीख लेना चाहिये. भगवान परशुराम को जितना जाना जाये, उतना कम पड़ेगा. यहां पर पिछले 16 बरसों से भगवान परशुराम का जन्मोत्सव मनाया जाता है. बैठक में कवि कामेश्वर मिश्रा घुमक्कड़, चंद्रशेखर प्रसाद सिंह, हरेंद्र ठाकुर, अमूल रतन मिश्रा, पारसनाथ मिश्रा, अजय मिश्रा , गणेश राय, श्याम किशोर मिश्रा, सुनील मिश्रा, रवींद्र कुमार मिश्रा, डॉ रामनरायण मिश्रा, नील मणि मिश्रा, डब्ल्यू कुमार मिश्रा, अखिलेश कुमार सहित अन्य लोग शामिल थे.
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