प्रतिनिधि, मुशहरी मुशहरी पीएचसी अपने कारनामों के लिए चर्चित रहा है. इसी क्रम में बुधवार को थाना क्षेत्र के जलालपुर निवासी 72 वर्षीय मारकंडे झा इलाज कराने पहुंचे़ उन्हें तेज खांसी व दम फूलने की समस्या थी. बुधवार को पीएचसी के ओपीडी में पुर्जा कटाकर डॉक्टर से दिखाया. उन्हें तीन दवाएं लिखी गयी़ं जब काउंटर पर दवा लेने पहुंचे, तो लिवो सालबुटामोल टैबलेट खत्म होने की बात कहकर बच्चा वाली सीरप दे दी गयी. पीड़ित मारकंडे झा ने बताया कि दवा लेकर जब घर पर पहुंचे, तो पोता ने दवा देखकर बताया कि यह सीरप अगस्त-2025 को ही एक्सपायर हो चुकी है. इसका सेवन मत कीजिए. इसके बाद जब शुक्रवार को पीएचसी में वह एक्सपायर सीरप वापस करने पहुंचे, तो काउंटर पर मौजूद कर्मी ने दवा बदलने से इनकार कर दिया. मामले में मुशहरी पीएचसी के फार्मासिस्ट अखिलेश कुमार ने एक्सपायर दवा स्टॉक में होने से इनकार किया है. वहीं प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ प्रीति प्रसाद ने बताया कि मामले की जांच करायी जायेगी. वहीं सिविल सर्जन डॉ अजय कुमार ने बताया कि मामले में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी मुशहरी से स्पष्टीकरण मांगा जायेगा. बताया कि एक्सपायर दवा मुख्यालय को लौटा देने का निर्देश है. बावजूद दवा को लौटाने के बजाये मरीजों को देना गलत है. वह जानलेवा हो सकती है़
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