रेलवे की आय में बढ़ोतरी करने के साथ पार्किंग शुल्क संग्रह में पारदर्शिता लाना है रेलवे का मुख्य उद्देश्य
वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर
रेलवे स्टेशनों की पार्किंग व्यवस्था अब पूरी तरह से डिजिटल होने जा रही है. पार्किंग शुल्क संग्रह में पारदर्शिता सुनिश्चित करने और रेलवे की आय में वृद्धि करने के उद्देश्य से रेल मंत्रालय ने यह महत्वपूर्ण कदम उठाया है. पार्किंग में स्वचालित (ऑटोमेटिक) प्रवेश-निकास (इन-आउट) और डिजिटल पेमेंट रसीद की व्यवस्था होगी. रेलवे बोर्ड ने सभी क्षेत्रीय कार्यालयों को डिजिटल भुगतान को प्राथमिकता से लागू करने का निर्देश दिया है. शुल्क वसूली के लिए स्वचालित शुल्क रसीद और डिजिटल भुगतान सुविधा को अनिवार्य रूप से लागू करने को कहा गया है. बता दें कि मुजफ्फरपुर जंक्शन पर दोनों ओर एक-एक पार्किंग है, जिसे दो अलग-अलग ठेकेदार चला रहे हैं. उत्तरी हिस्से में हैंड हेल्ड डिवाइस और मैनुअल रसीद काटी जाती है, जबकि दक्षिणी छोर पर अभी भी पूरी तरह से मैनुअल व्यवस्था लागू है.आसान होगा भुगतान, खत्म होगा विवाद
नयी व्यवस्था के तहत, पार्किंग ठेकेदार क्यूआर कोड, स्वीपिंग मशीन, डेबिट/क्रेडिट कार्ड और यूपीआइ जैसी डिजिटल भुगतान प्रणालियों का उपयोग करके शुल्क वसूलेंगे. यह वसूली स्वचालित इन-आउट रसीद के आधार पर की जायेगी, जिससे समय को लेकर होने वाले विवादों पर रोक लगेगी. हालांकि, यात्रियों की सुविधा के लिए नकद भुगतान का विकल्प भी वाहन मालिकों के लिए उपलब्ध रहेगा.जल्द लागू होगी नई व्यवस्था
इस नयी व्यवस्था को जल्द से जल्द लागू करने की तैयारी चल रही है. इसके लिए, पार्किंग में आने-जाने वाले वाहनों की संख्या का सर्वेक्षण किया जा रहा है. सर्वेक्षण पूरा होते ही डिजिटल पार्किंग प्रणाली लागू कर दी जायेगी.वर्तमान में मैनुअल व्यवस्था से होती है परेशानी
वर्तमान में, ठेकेदार मैनुअल और सीमित डिजिटल तरीकों से शुल्क वसूल रहे हैं. मैनुअल रसीद प्रणाली में पार्किंग के समय को लेकर अक्सर ठेकेदार के कर्मचारियों और वाहन मालिकों के बीच विवाद की स्थिति उत्पन्न होती है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

