-विकास कार्यों की समीक्षा के दौरान मिला निर्देश, जिम्मेदारी निभाने में शिथिलता बरतने पर होगी कार्रवाई
-निगम के पुराने अभिलेखागार के दीवार में सीलन, पुराने डॉक्यूमेंट के नष्ट होने की आशंकामुजफ्फरपुर.
रजिस्ट्री ऑफिस व जिला अभिलेखागार की तरह अब नगर निगम में भी पुराने नष्ट हो रहे रिकॉर्ड (डॉक्यूमेंट) को सुरक्षित रखने के लिए नगर निगम परिसर में भी आधुनिक अभिलेखागार (रिकॉर्ड रूम) का निर्माण होगा. नगर आयुक्त विक्रम विरकर ने सहायक अभियंता सत्येंद्र कुमार को इसका एस्टीमेट तैयार करने का आदेश दिया है. रिकॉर्ड रूम के लिए प्रस्तावित जगह स्टेशन रोड में खाली कराये गये होटल के ऊपरी मंजिल को रखा गया है. सुरक्षित जगह नहीं होने पर अन्य जगह की भी तलाश कर सहायक अभियंता एस्टीमेट बनायेंगे. इसके अलावा निगम के स्वामित्व वाली शहरी क्षेत्र में जहां-जहां भूमि है. उसे चिह्नित करते हुए अगर अतिक्रमण है, तो खाली करा उसकी घेराबंदी का आदेश दिया है. सभी सहायक अभियंता व अमीन को इसकी जिम्मेदारी सौंपी गयी है. इधर, जितने सरकारी भवन है. सभी में वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम की व्यवस्था करने का आदेश दिया गया है. शहर के पार्कों की भी व्यवस्था को बेहतर करते हुए मनोरंजन के संसाधन को उपलब्ध कराने एवं वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम का निर्माण करने को कहा गया है.ऑफिस परिसर में लीक कर रहा है शौचालय की टंकी, यूरिनल की व्यवस्था नहीं
शहर में एक तरफ स्वच्छ सर्वेक्षण को लेकर निगम प्रशासन अपनी पूरी ताकत झोके हुए है. दूसरी तरफ, नगर निगम ऑफिस का जो कैंपस है. वह गंदगी से भरा है. ऑफिस के एक कोना जो पहले कोर्ट कैंपस से गेट था. वह कबाड़ से भरा हुआ है. वहीं, उप मेयर, मेयर व नगर आयुक्त कक्ष के आसपास शौचालय का जो टंकी है. वह लीक कर रहा है. बदबू को खत्म करने के लिए निगम कर्मचारी रोज चुना व ब्लीचिंग पाउडर का तो छिड़काव कर रहे हैं. बावजूद, कैंपस में बदबू रहता है. यही नहीं, पूरे शहर की विकास करने की जिम्मेदारी जिस विकास शाखा की है, जहां उप नगर आयुक्त से लेकर सहायक व कनीय अभियंता बैठते हैं. वहां, दीवार के बगल में खड़े होकर लोग शौच करते हैं. इससे भी ऑफिस का वातावरण काफी प्रदूषित हो रहा है.
जर्जर वाटर टावर को ध्वस्त करेगा निगम
इधर, शहरी क्षेत्र में अब जहां-जहां वाटर टावर है, जिसकी मरम्मति नहीं हो सकती है. सभी को चिह्नित करते हुए ध्वस्त करने की प्रक्रिया में नगर प्रशासन जुट गया है. शुरुआत मिठनपुरा के जुब्बा सहनी पार्क कैंपस से होगी. जुब्बा सहनी पार्क कैंपस में मिस्कॉट पंप का वाटर टावर बना है, जिसकी हालत जर्जर हो चुकी है. निगम आयुक्त विक्रम विरकर ने सहायक अभियंता अरुणिमा राज को एस्टीमेट तैयार कर इसे ध्वस्त करने के लिए एजेंसी चयन प्रक्रिया की शुरुआत करने का आदेश दिया है. बता दें कि शहर के ब्रह्मपुरा थाना कैंपस सहित कई स्थानों पर वाटर टावर है. जर्जर हालत के कारण वह अब चालू अवस्था में नहीं है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है