::: भू-जल स्तर गिरने पर भी जलापूर्ति जारी रखने के लिए आबेदा व इमलीचट्टी पंप में 10 फीट अतिरिक्त पाइप जोड़ा गया, कई अन्य में भी अतिरिक्त पाइप जोड़ने की बन रही है कार्य योजना
वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर
गर्मी की दस्तक के साथ ही शहर में संभावित जल संकट से निपटने के लिए नगर निगम ने कमर कसना शुरू कर दिया है. भू-जल स्तर में गिरावट को देखते हुए निगम ने जलापूर्ति व्यवस्था को दुरुस्त करने की कवायद तेज कर दी है. इसके तहत शहर के विभिन्न इलाकों में नये सबमर्सिबल लगाने की योजना के साथ-साथ, पहले से मौजूद बोरिंग को और गहरा कर पानी खींचने की क्षमता बढ़ाने का काम शुरू कर दिया गया है. वर्तमान में मुजफ्फरपुर शहरी क्षेत्र का भू-जल स्तर 40-45 फीट तक पहुंच गया है. इसे देखते हुए नगर निगम ने आबेदा हाइस्कूल पंप के बोरिंग में बड़ा बदलाव किया है. यहां पहले 60 फीट की गहराई पर मोटर लगा था, जिसे अब 10 फीट अतिरिक्त पाइप जोड़कर 70 फीट गहराई पर स्थापित किया गया है. इसी तरह, इमलीचट्टी सरकारी बस स्टैंड स्थित पंप में भी 10 फीट का अतिरिक्त पाइप जोड़ा गया है, जिससे मोटर अब 60 फीट की जगह 70 फीट गहराई से पानी खींचेगा. इन दोनों ही पंपों में फिलहाल 30 एचपी के मोटर लगे हुए हैं. शहर की एक बड़ी आबादी को दोनों पंप पानी की आपूर्ति करता है. निगम की योजना है कि माड़ीपुर स्थित सर्किट हाउस पंप में भी 70 फीट की गहराई पर मोटर लगाया जाये.
बॉक्स ::: चौंकाने वाली बात! 450 फीट का बोरिंग भी हुफेल
एक तरफ निगम जलापूर्ति व्यवस्था को मजबूत करने में जुटा है, वहीं दूसरी तरफ एक हैरान करने वाली खबर सामने आयी है. हाल ही में वार्ड नंबर 40 के पुरानी गुदरी रोड छोटी मजार के पास नगर निगम ने लगभग 450 फीट की गहराई पर सबमर्सिबल बोरिंग कराया था, लेकिन यह बोरिंग शुरू होते ही फेल हो गया. इससे लोगों को इसका कोई लाभ नहीं मिल सका है. हालांकि, बोरिंग करने वाले ठेकेदार ने अब कुछ दूरी पर दूसरी बोरिंग का काम शुरू कर दिया है. जानकारों की मानें तो 350 फीट पर पानी का अच्छा स्तर मिलता है, जबकि उससे अधिक गहराई पर मिलने वाला पानी उपयोगी नहीं है. यही वजह है कि 450 फीट पर बोरिंग फेल हो गया.
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निगम का सबमर्सिबल प्लान, 50-70 नये लगेंगे
शहर के अलग-अलग वार्डों और मोहल्लों से मिल रही पानी की किल्लत की शिकायतों को देखते हुए नगर निगम ने बड़ा फैसला लिया है. निगम अगले छह महीने के भीतर 50 से 70 नए सबमर्सिबल लगाने की योजना बना रहा है. इसके साथ ही, कई स्थानों पर 30 से 50 एचपी के मोटर लगाने के लिए नए बोरिंग भी कराये जायेंगे. वर्तमान में, चंदवारा पानी कल कैंपस में सबसे अधिक क्षमता का मोटर लगाने के लिए बोरिंग का काम चल रहा है, जिसे अगले डेढ़ से दो महीने में चालू करने की तैयारी है. यही नहीं, नगर आयुक्त ने जलापूर्ति विभाग से पानी संकटग्रस्त मोहल्लों का सर्वे कराकर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है, ताकि समस्या का स्थायी समाधान निकाला जा सके.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है