मुख्य बातें
Bihar News: मुजफ्फरपुर. तुर्की में मिली तीन एकड़ से अधिक जमीन पर परिवहन विभाग का ऑटोमेटिक ट्रायल ट्रैक का निर्माण होगा. इसके लिए डीटीओ कुमार सत्येंद्र यादव ने परिवहन विभाग को पत्र भेजकर राशि की मांग की है. विभागीय स्तर पर डीपीआर आदि तैयार होने के बाद निर्माण के लिए राशि की स्वीकृति मिलेगी. तुर्की की जिला मुख्यालय से करीब 15 किमी की दूरी है.
हर जिले में बनना है ऑटोमेटिक टेस्टिंग ट्रैक
सड़क परिवहन राजमार्ग मंत्रालय ने सभी राज्यों में ड्राइविंग लाइसेंस के ट्रायल की प्रक्रिया को डिजिटल किया है.इसके लिए जिलों में कम से कम एक ऑटोमेटिक टेस्टिंग ट्रैक के निर्माण को अनिवार्य किया है, जिसपर ड्राइविंग लाइसेंस के लिए आवेदक ट्रायल दे सकेंगे.इसके लिए तुर्की में जिला प्रशासन ने जमीन परिवहन विभाग को दी है. वैशाली के हाजीपुर में ऑटोमेटिक टेस्टिंग ट्रैक पर ट्रायल शुरू हो चुका है. दरभंगा में यह जल्द शुरू होने वाला है.
बंद कर दिया गया था टेस्टिंग सेंटर
बेला औद्योगिक क्षेत्र में बियाडा की जमीन पर परिवहन विभाग ने ऑटोमेटिक टेस्टिंग ट्रैक का निर्माण कराया था. निर्माण पूरा होने के बाद जब इसे चालू करने का मौका आया तो बियाडा ने इसकी अनुमति नहीं दी. बताया जाता है कि बियाडा ने इसके लिए अपनी जमीन परिवहन विभाग को हस्तगत नहीं की. हालांकि, उसके बाहर मैनुअल तरीके से ट्रायल होता रहा, जो बीते करीब एक साल से बेला में बंद है. अब पताही एयरपोर्ट परिसर में अस्थायी रूप से डीएल के लिए ट्रायल की प्रक्रिया की जाती है.
Also Read: Bihar News: समस्तीपुर में बनी अगरबत्ती से सुगंधित होगा ओमान, मिथिला मखान के निर्यात पर भी चर्चा

प्रभात खबर पॉडकास्ट में रवि शास्त्री 7 दिसंबर को

