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ललित बाबू लोकहित में कठोर निर्णय लेते थे : मिश्रा

नीतीश मिश्रा ने पूर्व रेल मंत्री के व्यक्तित्व पर डाला प्रकाश मुजफ्फरपुर : ललित नारायण मिश्र कॉलेज ऑफ बिजनेस मैनेजमेंट में पूर्व रेल मंत्री ललित नारायण मिश्रा के बलिदान दिवस पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस अवसर पर उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया. इस अवसर पर कॉलेज के अतिरिक्त निदेशक पूर्व मंत्री नीतीश […]

नीतीश मिश्रा ने पूर्व रेल मंत्री के व्यक्तित्व पर डाला प्रकाश

मुजफ्फरपुर : ललित नारायण मिश्र कॉलेज ऑफ बिजनेस मैनेजमेंट में पूर्व रेल मंत्री ललित नारायण मिश्रा के बलिदान दिवस पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस अवसर पर उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया. इस अवसर पर कॉलेज के अतिरिक्त निदेशक पूर्व मंत्री नीतीश मिश्रा ने कहा कि आज का दिन हमें बलिदान की याद दिलाता है. बिहार के गौरवमयी सपूत ललित नारायण मिश्रा समन्वयवादी विचारों के प्रतिमूर्ति थे.
नीतीश मिश्रा ने कहा कि उन्होंने अपने मृदुल स्वभाव व मधुर वाणी के जरिये हिमालय से कन्याकुमारी तक विशाल भू-भाग में व्यापक मित्र मंडली बना ली थी. लोकहित में कठोर निर्णय लेने में वे जरा भी नहीं हिचकते थे. यही कारण है कि उन्होंने सफल राजनेता के रूप में देश ही नहीं, बल्कि दुनिया में अपनी अलग पहचान बनायी. कहा, ललित बाबू जनसहयोग से योजनाओं के कार्याें का संपादन करते थे. बिहार के पिछड़ापन के लिए उनके मन में हमेशा कसक थी. सत्ता के उच्च शिखर पर पहुंच कर उन्होंने इसके निवारण के लिए अथक प्रयास किये. बिहार के सुदूरवर्ती क्षेत्रों से ट्रेन चला कर बिहार के लोगों को देश के कोने-काेने तक पहुंचाया.
इस बीच उनकी हत्या कर दी गयी. इस वजह से कई उनके कई सपने पूरे नहीं हो सके. मिथिला के मधुबनी पेंटिंग को नयी पहचान दिलाने में उनकी अहम भूमिका रही.
कॉलेज के कुलसचिव डॉ कुमार शरतेंदु शेखर ने कहा कि ललित बाबू की दूरदर्शिता का ही परिणाम यह कॉलेज है. वर्ष 1973 में उन्हीं की प्रेरणा से पूर्व मुख्यमंत्री डॉ जगन्नाथ मिश्र ने कॉलेज की स्थापना की. इस मौके पर प्रभारी प्राध्यापक श्याम आनंद झा आदि मौजूद थे.

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