बागमती परियोजना:
विस्थापितों के पुनर्वास की कवायद हुई तेजमुख्य संवाददाता, मुजफ्फरपुर
बागमती नदी के विस्तारीकरण व तटबंध निर्माण से विस्थापित हुए परिवारों को बसाने की प्रक्रिया तेज कर दी गयी है. इस परियोजना के तहत औराई की बेनीपुर उत्तरी व दक्षिणी पंचायत के 552 परिवारों को नया ठिकाना दिया जायेगा. इस संबंध में बागमती प्रमंडल, रुन्नीसैदपुर के कार्यपालक अभियंता ने जिला भू-अर्जन पदाधिकारी को एक रिपोर्ट भेजी है. रिपोर्ट में विस्थापित परिवारों द्वारा दिये गये ज्ञापन का जिक्र है और जल्द से जल्द पुनर्वास की व्यवस्था करने का अनुरोध किया गया है.यहां बसाये जायेंगे विस्थापित
-बेनीपुर उत्तरी पंचायत के 158 परिवारों को बहुअरवा में बसाया जायेगा.-बेनीपुर दक्षिणी पंचायत के 394 परिवारों को बसंत उर्फ विशुनपुर उमापत में पुनर्वासित किया जायेगा.
क्यों जरूरी है पुनर्वास
बागमती विस्तारीकरण परियोजना के तहत नदी के दोनों तरफ तटबंधों का निर्माण किया जा रहा है. इन तटबंधों के किनारे बसे लोगों को वहां से हटाया गया था ताकि बाढ़ से इन गांवों को बचाया जा सके. अब इनके लिए सुरक्षित व स्थायी पुनर्वास की व्यवस्था की जा रही है.
भू-अर्जन कार्यालय को जिम्मा
कार्यपालक अभियंता ने बताया कि भू-अर्जन अधिनियम 2013 लागू होने के बाद पुनर्वास से संबंधित सभी कार्य अब जिला भू-अर्जन कार्यालय द्वारा ही किये जाते हैं. पहले यह काम रुन्नीसैदपुर व विशेष भू-अर्जन कार्यालय मुजफ्फरपुर करते थे, लेकिन अब पुनर्वास कार्यालय सीतामढ़ी का भी विघटन हो चुका है. यही वजह है कि बागमती विस्तारीकरण परियोजना से जुड़े सभी पुनर्वास कार्य अब सीधे जिला भू-अर्जन कार्यालय की देख-रेख में हो रहे हैं.
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